अकोला में राजनीतिक भूचाल; वंचित बहुजन मोर्चा को बड़ा झटका
अकोला: स्थानीय निकाय चुनाव की तारीखें नजदीक आने के साथ ही अकोला जिले में राजनीतिक माहौल उथल-पुथल हो रहा है। हाईकोर्ट द्वारा अगले चार महीने के भीतर चुनाव कराने के आदेश के बाद राजनीतिक दलों में गतिविधियां तेज हो गई हैं। इस पृष्ठभूमि में, वंचित बहुजन अघाड़ी को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि पार्टी के कई प्रमुख नेता राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं।
पिछले कई वर्षों से अकोला में प्रभावशाली रही वंचित बहुजन आघाडी अब कमजोर पड़ रही है। पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष संध्या वाघोड़े, पूर्व जिला परिषद सदस्य प्रतिभा अवचार, पूर्व जिला कार्यकारी अध्यक्ष और समूह नेता काशीराम साबले, पूर्व कांग्रेस नेता विकास पवार के साथ, वंचित बहुजन आघाड़ी छोड़कर एनसीपी में शामिल हो गए हैं। इन नेताओं के दलबदल से अकोला की राजनीति में नए समीकरण उभरने की संभावना है।
इन घटनाक्रमों ने आगामी चुनावों में वंचित बहुजन गठबंधन के लिए बड़ी चुनौती पैदा कर दी है। दूसरी ओर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने इन नए सदस्यों के साथ अपनी ताकत बढ़ाने की कोशिश की है। स्थानीय स्तर पर इस राजनीतिक उथल-पुथल के कारण अकोला में चुनाव प्रचार तेज होने के संकेत हैं।