UPPSC Protest: परीक्षार्थियों से समझिए- आखिर मसला क्या है, क्यों 1 दिन में परीक्षा देना चाहते हैं छात्र?
लखनऊ: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षाओं को लेकर छात्रों में असंतोष और विरोध बढ़ता जा रहा है। UPPSC के अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं में अनियमितता और लंबा खिंचने वाला प्रक्रिया है, जिससे वे मानसिक तनाव में हैं। कई छात्र चाहते हैं कि परीक्षा एक ही दिन में आयोजित की जाए ताकि लंबे समय तक मानसिक दबाव से छुटकारा मिल सके और करियर को लेकर अनिश्चितता न रहे।
क्या है छात्रों की मांग?
प्रदर्शन कर रहे परीक्षार्थियों का कहना है कि अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तरह UPPSC भी परीक्षा प्रक्रिया को एक ही दिन में पूरी करे। मौजूदा समय में UPPSC की परीक्षाएं कई दिनों में विभाजित रहती हैं, जिससे विद्यार्थियों को कई चरणों में परीक्षा देनी पड़ती है। इससे तैयारी में बाधा आती है और समय की बर्बादी होती है।
क्यों 1 दिन में परीक्षा देना चाहते हैं छात्र?
छात्रों का कहना है कि एक ही दिन में परीक्षा आयोजित करने से समय की बचत होती है और उन्हें मानसिक शांति मिलती है। कई परीक्षार्थियों का कहना है कि लंबे समय तक परीक्षा देने के कारण वे बार-बार मानसिक रूप से थकान और दबाव महसूस करते हैं। इसके अलावा, परीक्षा प्रक्रिया के धीमे होने के कारण नौकरी पाने में भी देरी हो रही है।
सरकार और आयोग की प्रतिक्रिया
छात्रों के इस विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार और UPPSC प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस बयान नहीं दिया है। हालांकि, छात्रों की मांगों को लेकर बातचीत की संभावना जताई जा रही है। छात्रों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
क्या है आगे का रास्ता?
परीक्षार्थियों ने अपनी मांगों को लेकर एक याचिका भी तैयार की है और इसे UPPSC अधिकारियों तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि UPPSC को छात्रों की परेशानियों को समझना चाहिए और जल्द से जल्द इस मुद्दे का हल निकालना चाहिए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षाओं को लेकर छात्रों में असंतोष और विरोध बढ़ता जा रहा है। UPPSC के अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं में अनियमितता और लंबा खिंचने वाला प्रक्रिया है, जिससे वे मानसिक तनाव में हैं। कई छात्र चाहते हैं कि परीक्षा एक ही दिन में आयोजित की जाए ताकि लंबे समय तक मानसिक दबाव से छुटकारा मिल सके और करियर को लेकर अनिश्चितता न रहे।
क्या है छात्रों की मांग?
प्रदर्शन कर रहे परीक्षार्थियों का कहना है कि अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तरह UPPSC भी परीक्षा प्रक्रिया को एक ही दिन में पूरी करे। मौजूदा समय में UPPSC की परीक्षाएं कई दिनों में विभाजित रहती हैं, जिससे विद्यार्थियों को कई चरणों में परीक्षा देनी पड़ती है। इससे तैयारी में बाधा आती है और समय की बर्बादी होती है।
क्यों 1 दिन में परीक्षा देना चाहते हैं छात्र?
छात्रों का कहना है कि एक ही दिन में परीक्षा आयोजित करने से समय की बचत होती है और उन्हें मानसिक शांति मिलती है। कई परीक्षार्थियों का कहना है कि लंबे समय तक परीक्षा देने के कारण वे बार-बार मानसिक रूप से थकान और दबाव महसूस करते हैं। इसके अलावा, परीक्षा प्रक्रिया के धीमे होने के कारण नौकरी पाने में भी देरी हो रही है।
सरकार और आयोग की प्रतिक्रिया
छात्रों के इस विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार और UPPSC प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस बयान नहीं दिया है। हालांकि, छात्रों की मांगों को लेकर बातचीत की संभावना जताई जा रही है। छात्रों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
क्या है आगे का रास्ता?
परीक्षार्थियों ने अपनी मांगों को लेकर एक याचिका भी तैयार की है और इसे UPPSC अधिकारियों तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि UPPSC को छात्रों की परेशानियों को समझना चाहिए और जल्द से जल्द इस मुद्दे का हल निकालना चाहिए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षाओं को लेकर छात्रों में असंतोष और विरोध बढ़ता जा रहा है। UPPSC के अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं में अनियमितता और लंबा खिंचने वाला प्रक्रिया है, जिससे वे मानसिक तनाव में हैं। कई छात्र चाहते हैं कि परीक्षा एक ही दिन में आयोजित की जाए ताकि लंबे समय तक मानसिक दबाव से छुटकारा मिल सके और करियर को लेकर अनिश्चितता न रहे।
क्या है छात्रों की मांग?
प्रदर्शन कर रहे परीक्षार्थियों का कहना है कि अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तरह UPPSC भी परीक्षा प्रक्रिया को एक ही दिन में पूरी करे। मौजूदा समय में UPPSC की परीक्षाएं कई दिनों में विभाजित रहती हैं, जिससे विद्यार्थियों को कई चरणों में परीक्षा देनी पड़ती है। इससे तैयारी में बाधा आती है और समय की बर्बादी होती है।
क्यों 1 दिन में परीक्षा देना चाहते हैं छात्र?
छात्रों का कहना है कि एक ही दिन में परीक्षा आयोजित करने से समय की बचत होती है और उन्हें मानसिक शांति मिलती है। कई परीक्षार्थियों का कहना है कि लंबे समय तक परीक्षा देने के कारण वे बार-बार मानसिक रूप से थकान और दबाव महसूस करते हैं। इसके अलावा, परीक्षा प्रक्रिया के धीमे होने के कारण नौकरी पाने में भी देरी हो रही है।
सरकार और आयोग की प्रतिक्रिया
छात्रों के इस विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार और UPPSC प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस बयान नहीं दिया है। हालांकि, छात्रों की मांगों को लेकर बातचीत की संभावना जताई जा रही है। छात्रों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
क्या है आगे का रास्ता?
परीक्षार्थियों ने अपनी मांगों को लेकर एक याचिका भी तैयार की है और इसे UPPSC अधिकारियों तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि UPPSC को छात्रों की परेशानियों को समझना चाहिए और जल्द से जल्द इस मुद्दे का हल निकालना चाहिए।