
एनआईए ने पलटा पलटा, पहलगाम हमले की जांच में किया बड़ा खुलासा
पहलगाम आतंकी हमला: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना हमले के बाद सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीमों ने पहलगाम आतंकी हमले की जांच तेज कर दी है। एनआईए के अधिकारी हमलावरों की कार्यप्रणाली के बारे में सुराग पाने के लिए घटनास्थल पर प्रवेश और निकास मार्गों की बारीकी से जांच कर रहे हैं।
अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस हमले में पांच से अधिक आतंकवादी शामिल थे। ऐसा माना जाता है कि हमलावरों ने बातचीत के लिए सैटेलाइट फोन और चीन निर्मित मोबाइल हैंडसेट का इस्तेमाल किया था। जांच एजेंसियां इस संबंध में अधिक जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही हैं।
इस हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) या द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) जैसे आतंकवादी संगठनों का हाथ होने का संदेह है। एनआईए भी इस दिशा में गहन जांच कर रही है। हमले के मद्देनजर पुलिस ने इलाके के प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ शुरू कर दी है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर प्रसारित सूचनाओं पर भी नजर रखी जा रही है।
पुलिस ने घटनास्थल से 20 लाख रुपये से अधिक नकदी और कुछ संदिग्ध सामग्री जब्त की है। अधिकारियों ने बताया कि पूरे इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद एनआईए ने हमले की जांच शुरू कर दी है। बताया गया है कि इस हमले में आईटीआई प्रशिक्षु शामिल थे। इस घटना से इलाके में भय का माहौल पैदा हो गया है।
दूसरी ओर, भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच, भारतीय अधिकारियों का एक दल तालिबान अधिकारियों से बातचीत करने के लिए काबुल रवाना हो गया है। बैठक में मुख्य रूप से व्यापारियों, छात्रों और मरीजों के लिए वीज़ा प्रक्रिया को आसान बनाने पर चर्चा की जाएगी। अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने राजनयिक और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने की आवश्यकता जताई है।
इस बीच, ये घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई हैं। हाल ही में आईजी और एसपी रैंक के अधिकारियों पर भी हमले हुए, जिसमें सुरक्षा बलों को भारी नुकसान हुआ। एनआईए इन सभी घटनाओं की गहन जांच कर रही है।
पहलगाम आतंकी हमला: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना हमले के बाद सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीमों ने पहलगाम आतंकी हमले की जांच तेज कर दी है। एनआईए के अधिकारी हमलावरों की कार्यप्रणाली के बारे में सुराग पाने के लिए घटनास्थल पर प्रवेश और निकास मार्गों की बारीकी से जांच कर रहे हैं।
अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस हमले में पांच से अधिक आतंकवादी शामिल थे। ऐसा माना जाता है कि हमलावरों ने बातचीत के लिए सैटेलाइट फोन और चीन निर्मित मोबाइल हैंडसेट का इस्तेमाल किया था। जांच एजेंसियां इस संबंध में अधिक जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही हैं।
इस हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) या द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) जैसे आतंकवादी संगठनों का हाथ होने का संदेह है। एनआईए भी इस दिशा में गहन जांच कर रही है। हमले के मद्देनजर पुलिस ने इलाके के प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ शुरू कर दी है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर प्रसारित सूचनाओं पर भी नजर रखी जा रही है।
पुलिस ने घटनास्थल से 20 लाख रुपये से अधिक नकदी और कुछ संदिग्ध सामग्री जब्त की है। अधिकारियों ने बताया कि पूरे इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद एनआईए ने हमले की जांच शुरू कर दी है। बताया गया है कि इस हमले में आईटीआई प्रशिक्षु शामिल थे। इस घटना से इलाके में भय का माहौल पैदा हो गया है।
दूसरी ओर, भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच, भारतीय अधिकारियों का एक दल तालिबान अधिकारियों से बातचीत करने के लिए काबुल रवाना हो गया है। बैठक में मुख्य रूप से व्यापारियों, छात्रों और मरीजों के लिए वीज़ा प्रक्रिया को आसान बनाने पर चर्चा की जाएगी। अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने राजनयिक और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने की आवश्यकता जताई है।
इस बीच, ये घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई हैं। हाल ही में आईजी और एसपी रैंक के अधिकारियों पर भी हमले हुए, जिसमें सुरक्षा बलों को भारी नुकसान हुआ। एनआईए इन सभी घटनाओं की गहन जांच कर रही है।
अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस हमले में पांच से अधिक आतंकवादी शामिल थे। ऐसा माना जाता है कि हमलावरों ने बातचीत के लिए सैटेलाइट फोन और चीन निर्मित मोबाइल हैंडसेट का इस्तेमाल किया था। जांच एजेंसियां इस संबंध में अधिक जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही हैं।
इस हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) या द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) जैसे आतंकवादी संगठनों का हाथ होने का संदेह है। एनआईए भी इस दिशा में गहन जांच कर रही है। हमले के मद्देनजर पुलिस ने इलाके के प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ शुरू कर दी है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर प्रसारित सूचनाओं पर भी नजर रखी जा रही है।
पुलिस ने घटनास्थल से 20 लाख रुपये से अधिक नकदी और कुछ संदिग्ध सामग्री जब्त की है। अधिकारियों ने बताया कि पूरे इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद एनआईए ने हमले की जांच शुरू कर दी है। बताया गया है कि इस हमले में आईटीआई प्रशिक्षु शामिल थे। इस घटना से इलाके में भय का माहौल पैदा हो गया है।
दूसरी ओर, भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच, भारतीय अधिकारियों का एक दल तालिबान अधिकारियों से बातचीत करने के लिए काबुल रवाना हो गया है। बैठक में मुख्य रूप से व्यापारियों, छात्रों और मरीजों के लिए वीज़ा प्रक्रिया को आसान बनाने पर चर्चा की जाएगी। अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने राजनयिक और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने की आवश्यकता जताई है।
इस बीच, ये घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई हैं। हाल ही में आईजी और एसपी रैंक के अधिकारियों पर भी हमले हुए, जिसमें सुरक्षा बलों को भारी नुकसान हुआ। एनआईए इन सभी घटनाओं की गहन जांच कर रही है।