सेना की वर्दी पहनने, हथियार लूटने के आरोप में 5 मैतेई युवक गिरफ्तार
इंफाल। मणिपुर पुलिस ने शनिवार 16 सितंबर की रात को सेना की वर्दी पहनकर पुलिस शस्त्रागार से हथियार लूटने के आरोप में पांच मैतेई युवाओं को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत आरोप लगे हैं।
उधर, इंफाल में आरोपियों की रिहाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। मैतेई महिलाओं के एक समूह मीरा पैबिस और पांच स्थानीय क्लबों ने 19 सितंबर को दो दिन का बंद बुलाया था, जिसके चलते राज्य के लोगों को परेशानी हो रही है।
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों को पास दो राइफलें, 128 राउंड से अधिक गोला-बारूद बरामद हुआ है। इन्होंने मई और जून में पुलिस शस्त्रागार से हथियार लूटे थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक की पहचान मोइरंगथेम आनंद सिंह के रूप में हुई है, जो केसीपी के एक गुट में जाने से पहले प्रतिबंधित विद्रोही संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कैडर में था। उसे पहले भी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, 1980 के तहत कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस का कहना है कि वो राज्य में शांति बहाल के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। मणिपुर में 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद से 175 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
इंफाल। मणिपुर पुलिस ने शनिवार 16 सितंबर की रात को सेना की वर्दी पहनकर पुलिस शस्त्रागार से हथियार लूटने के आरोप में पांच मैतेई युवाओं को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत आरोप लगे हैं।
उधर, इंफाल में आरोपियों की रिहाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। मैतेई महिलाओं के एक समूह मीरा पैबिस और पांच स्थानीय क्लबों ने 19 सितंबर को दो दिन का बंद बुलाया था, जिसके चलते राज्य के लोगों को परेशानी हो रही है।
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों को पास दो राइफलें, 128 राउंड से अधिक गोला-बारूद बरामद हुआ है। इन्होंने मई और जून में पुलिस शस्त्रागार से हथियार लूटे थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक की पहचान मोइरंगथेम आनंद सिंह के रूप में हुई है, जो केसीपी के एक गुट में जाने से पहले प्रतिबंधित विद्रोही संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कैडर में था। उसे पहले भी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, 1980 के तहत कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस का कहना है कि वो राज्य में शांति बहाल के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। मणिपुर में 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद से 175 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
उधर, इंफाल में आरोपियों की रिहाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। मैतेई महिलाओं के एक समूह मीरा पैबिस और पांच स्थानीय क्लबों ने 19 सितंबर को दो दिन का बंद बुलाया था, जिसके चलते राज्य के लोगों को परेशानी हो रही है।
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों को पास दो राइफलें, 128 राउंड से अधिक गोला-बारूद बरामद हुआ है। इन्होंने मई और जून में पुलिस शस्त्रागार से हथियार लूटे थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक की पहचान मोइरंगथेम आनंद सिंह के रूप में हुई है, जो केसीपी के एक गुट में जाने से पहले प्रतिबंधित विद्रोही संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कैडर में था। उसे पहले भी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, 1980 के तहत कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस का कहना है कि वो राज्य में शांति बहाल के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। मणिपुर में 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद से 175 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।