
'तांबड़े' बाबा भाग गए, बुकिंग के बावजूद नहीं मिली मूर्ति; भक्त परेशान
गणेश चतुर्थी 2025: गणेश उत्सव शुरू होने में बस कुछ ही घंटे बचे हैं, ऐसे में एक चौंकाने वाली घटना ने डोंबिवली के गणेश भक्तों में भारी नाराजगी फैला दी है। शहर के महात्मा फुले रोड स्थित 'आनंदी कला केंद्र' नामक मूर्ति बनाने वाली फैक्ट्री के मूर्तिकार प्रफुल्ल तांबड़े अचानक भाग गए हैं। पता चला है कि उन्हें डर है कि उनकी क्षमता से ज़्यादा ऑर्डर मिलने के कारण वे समय पर काम पूरा नहीं कर पाएँगे। इससे मूर्तियों की बुकिंग कराने वाले सैकड़ों गणेश भक्तों को बड़ा झटका लगा है।
बाप्पा को घर कैसे लाएँ?
मंगलवार सुबह जब यह खबर फैली, तो महात्मा फुले रोड स्थित चिनार मैदान के पास स्थित फैक्ट्री में गणेश भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। कुछ लोग मूर्तियाँ लेकर घर चले गए, जबकि कुछ को खाली हाथ लौटना पड़ा। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर सुरक्षा तैनात कर दी है और मूर्तिकार प्रफुल्ल ताम्बड़े की तलाश कर रही है।
स्थानीय नागरिकों और गणेश भक्तों ने इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने पुलिस से मूर्तिकार को जल्द से जल्द ढूंढकर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। एक गणेश भक्त ने कहा, "हमने डेढ़ महीने पहले मूर्ति बुक की थी और उसका भुगतान भी कर दिया था। अब सवाल यह है कि सही समय पर घर पर गणेश जी की स्थापना कैसे करें।"
पुलिस के अनुसार, सोमवार रात प्रफुल्ल ताम्बड़े कारखाने के प्रवेश द्वार के पास बैठकर रो रहे थे और कुछ लोगों से कह रहे थे, "इतने ऑर्डर ले लिए हैं, काम पूरा नहीं हुआ है, अब क्या करूँ?" पुलिस का अनुमान है कि वह डर के मारे भाग गए।
जादूगर अभिजीत ने भी यहाँ मूर्तियाँ बुक की थीं। उन्होंने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि वह इस मामले में शिकायत दर्ज कराने के लिए तैयार हैं। इस मूर्तिकार का सार्वजनिक निकायों के लिए भी मूर्ति निर्माण का काम था, जिससे कई लोगों को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर घटना है और पुलिस को तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
गणेश चतुर्थी 2025: गणेश उत्सव शुरू होने में बस कुछ ही घंटे बचे हैं, ऐसे में एक चौंकाने वाली घटना ने डोंबिवली के गणेश भक्तों में भारी नाराजगी फैला दी है। शहर के महात्मा फुले रोड स्थित 'आनंदी कला केंद्र' नामक मूर्ति बनाने वाली फैक्ट्री के मूर्तिकार प्रफुल्ल तांबड़े अचानक भाग गए हैं। पता चला है कि उन्हें डर है कि उनकी क्षमता से ज़्यादा ऑर्डर मिलने के कारण वे समय पर काम पूरा नहीं कर पाएँगे। इससे मूर्तियों की बुकिंग कराने वाले सैकड़ों गणेश भक्तों को बड़ा झटका लगा है।
बाप्पा को घर कैसे लाएँ?
मंगलवार सुबह जब यह खबर फैली, तो महात्मा फुले रोड स्थित चिनार मैदान के पास स्थित फैक्ट्री में गणेश भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। कुछ लोग मूर्तियाँ लेकर घर चले गए, जबकि कुछ को खाली हाथ लौटना पड़ा। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर सुरक्षा तैनात कर दी है और मूर्तिकार प्रफुल्ल ताम्बड़े की तलाश कर रही है।
स्थानीय नागरिकों और गणेश भक्तों ने इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने पुलिस से मूर्तिकार को जल्द से जल्द ढूंढकर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। एक गणेश भक्त ने कहा, "हमने डेढ़ महीने पहले मूर्ति बुक की थी और उसका भुगतान भी कर दिया था। अब सवाल यह है कि सही समय पर घर पर गणेश जी की स्थापना कैसे करें।"
पुलिस के अनुसार, सोमवार रात प्रफुल्ल ताम्बड़े कारखाने के प्रवेश द्वार के पास बैठकर रो रहे थे और कुछ लोगों से कह रहे थे, "इतने ऑर्डर ले लिए हैं, काम पूरा नहीं हुआ है, अब क्या करूँ?" पुलिस का अनुमान है कि वह डर के मारे भाग गए।
जादूगर अभिजीत ने भी यहाँ मूर्तियाँ बुक की थीं। उन्होंने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि वह इस मामले में शिकायत दर्ज कराने के लिए तैयार हैं। इस मूर्तिकार का सार्वजनिक निकायों के लिए भी मूर्ति निर्माण का काम था, जिससे कई लोगों को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर घटना है और पुलिस को तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
बाप्पा को घर कैसे लाएँ?
मंगलवार सुबह जब यह खबर फैली, तो महात्मा फुले रोड स्थित चिनार मैदान के पास स्थित फैक्ट्री में गणेश भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। कुछ लोग मूर्तियाँ लेकर घर चले गए, जबकि कुछ को खाली हाथ लौटना पड़ा। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर सुरक्षा तैनात कर दी है और मूर्तिकार प्रफुल्ल ताम्बड़े की तलाश कर रही है।
स्थानीय नागरिकों और गणेश भक्तों ने इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने पुलिस से मूर्तिकार को जल्द से जल्द ढूंढकर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। एक गणेश भक्त ने कहा, "हमने डेढ़ महीने पहले मूर्ति बुक की थी और उसका भुगतान भी कर दिया था। अब सवाल यह है कि सही समय पर घर पर गणेश जी की स्थापना कैसे करें।"
पुलिस के अनुसार, सोमवार रात प्रफुल्ल ताम्बड़े कारखाने के प्रवेश द्वार के पास बैठकर रो रहे थे और कुछ लोगों से कह रहे थे, "इतने ऑर्डर ले लिए हैं, काम पूरा नहीं हुआ है, अब क्या करूँ?" पुलिस का अनुमान है कि वह डर के मारे भाग गए।
जादूगर अभिजीत ने भी यहाँ मूर्तियाँ बुक की थीं। उन्होंने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि वह इस मामले में शिकायत दर्ज कराने के लिए तैयार हैं। इस मूर्तिकार का सार्वजनिक निकायों के लिए भी मूर्ति निर्माण का काम था, जिससे कई लोगों को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर घटना है और पुलिस को तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।