
नागपुर-गोंदिया एक्सप्रेसवे निर्माण को मंज़ूरी - दूरी तीन घंटे से घटकर सवा घंटे
नागपुर, 26 दिसंबर- आज हुई कैबिनेट बैठक में गोंदिया एक्सप्रेसवे परियोजना की योजना को प्रशासनिक मंज़ूरी देने के साथ-साथ महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के माध्यम से इस परियोजना को क्रियान्वित करने और इसके लिए भूमि अधिग्रहण का निर्णय लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की। मौजूदा राजमार्ग से गोंदिया से नागपुर पहुँचने में आमतौर पर तीन घंटे से ज़्यादा का समय लगता है। नागपुर-गोंदिया एक्सेस एक्सप्रेसवे के निर्माण से यात्रा की दूरी घटकर डेढ़ घंटे रह जाएगी। यह राजमार्ग नागपुर, भंडारा और गोंदिया ज़िलों के कुल 10 तालुकाओं और 115 गाँवों से होकर गुज़रेगा। इसमें 26 फ्लाईओवर, पशुओं के लिए 8 अंडरपास, 15 बड़े और 63 छोटे पुल, 71 नहर क्रॉसिंग आदि शामिल हैं। गवासी, पचगांव, थाना, रोटरी, पांजरा, पालडोंगरी, लोहड़ी और सावरी जैसे आठ स्थानों पर इंटरचेंज होंगे।
नागपुर-मुंबई हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि राजमार्ग का 701 किलोमीटर लंबा निर्माण पूरा हो चुका है। इस राजमार्ग का विस्तार गोंदिया तक किया जा रहा है। समृद्धि महामार्ग का हिस्सा नागपुर-गोंदिया एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे की लंबाई 2023 में 162.577 किलोमीटर करने की मंजूरी दी गई है। इसमें नागपुर आउटर रिंग रोड पर गवासी मानापुर इंटरचेंज से लोधी टोला (गोंदिया जिला) तक, नागपुर से भंडारा 72.500 किलोमीटर, भंडारा से गोंदिया 72.600 किलोमीटर, तिरोड़ा लिंक रोड 3.765 किलोमीटर और गोंदिया आउटर रिंग रोड 13.712 किलोमीटर शामिल हैं। कुल 162.577 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना को महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल के माध्यम से क्रियान्वित करने की मंजूरी दी गई है। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया महामंडल के माध्यम से स्वीकृत की गई है और इसके लिए 3 हजार 162.18 करोड़ रुपये का प्रावधान स्वीकृत किया गया है।
यह एक्सप्रेसवे दूरस्थ, पिछड़े और आदिवासी क्षेत्रों को नागपुर-मुंबई से जोड़ेगा। इससे भंडारा और गोंदिया जिलों के विकास को गति मिलेगी। इससे जनजातीय क्षेत्र मुख्यधारा से जुड़ेंगे और उस क्षेत्र के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में मदद मिलेगी तथा नए उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे बड़ी मात्रा में रोजगार पैदा होगा।
नागपुर, 26 दिसंबर- आज हुई कैबिनेट बैठक में गोंदिया एक्सप्रेसवे परियोजना की योजना को प्रशासनिक मंज़ूरी देने के साथ-साथ महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के माध्यम से इस परियोजना को क्रियान्वित करने और इसके लिए भूमि अधिग्रहण का निर्णय लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की। मौजूदा राजमार्ग से गोंदिया से नागपुर पहुँचने में आमतौर पर तीन घंटे से ज़्यादा का समय लगता है। नागपुर-गोंदिया एक्सेस एक्सप्रेसवे के निर्माण से यात्रा की दूरी घटकर डेढ़ घंटे रह जाएगी। यह राजमार्ग नागपुर, भंडारा और गोंदिया ज़िलों के कुल 10 तालुकाओं और 115 गाँवों से होकर गुज़रेगा। इसमें 26 फ्लाईओवर, पशुओं के लिए 8 अंडरपास, 15 बड़े और 63 छोटे पुल, 71 नहर क्रॉसिंग आदि शामिल हैं। गवासी, पचगांव, थाना, रोटरी, पांजरा, पालडोंगरी, लोहड़ी और सावरी जैसे आठ स्थानों पर इंटरचेंज होंगे।
नागपुर-मुंबई हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि राजमार्ग का 701 किलोमीटर लंबा निर्माण पूरा हो चुका है। इस राजमार्ग का विस्तार गोंदिया तक किया जा रहा है। समृद्धि महामार्ग का हिस्सा नागपुर-गोंदिया एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे की लंबाई 2023 में 162.577 किलोमीटर करने की मंजूरी दी गई है। इसमें नागपुर आउटर रिंग रोड पर गवासी मानापुर इंटरचेंज से लोधी टोला (गोंदिया जिला) तक, नागपुर से भंडारा 72.500 किलोमीटर, भंडारा से गोंदिया 72.600 किलोमीटर, तिरोड़ा लिंक रोड 3.765 किलोमीटर और गोंदिया आउटर रिंग रोड 13.712 किलोमीटर शामिल हैं। कुल 162.577 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना को महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल के माध्यम से क्रियान्वित करने की मंजूरी दी गई है। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया महामंडल के माध्यम से स्वीकृत की गई है और इसके लिए 3 हजार 162.18 करोड़ रुपये का प्रावधान स्वीकृत किया गया है।
यह एक्सप्रेसवे दूरस्थ, पिछड़े और आदिवासी क्षेत्रों को नागपुर-मुंबई से जोड़ेगा। इससे भंडारा और गोंदिया जिलों के विकास को गति मिलेगी। इससे जनजातीय क्षेत्र मुख्यधारा से जुड़ेंगे और उस क्षेत्र के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में मदद मिलेगी तथा नए उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे बड़ी मात्रा में रोजगार पैदा होगा।
बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की। मौजूदा राजमार्ग से गोंदिया से नागपुर पहुँचने में आमतौर पर तीन घंटे से ज़्यादा का समय लगता है। नागपुर-गोंदिया एक्सेस एक्सप्रेसवे के निर्माण से यात्रा की दूरी घटकर डेढ़ घंटे रह जाएगी। यह राजमार्ग नागपुर, भंडारा और गोंदिया ज़िलों के कुल 10 तालुकाओं और 115 गाँवों से होकर गुज़रेगा। इसमें 26 फ्लाईओवर, पशुओं के लिए 8 अंडरपास, 15 बड़े और 63 छोटे पुल, 71 नहर क्रॉसिंग आदि शामिल हैं। गवासी, पचगांव, थाना, रोटरी, पांजरा, पालडोंगरी, लोहड़ी और सावरी जैसे आठ स्थानों पर इंटरचेंज होंगे।
नागपुर-मुंबई हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि राजमार्ग का 701 किलोमीटर लंबा निर्माण पूरा हो चुका है। इस राजमार्ग का विस्तार गोंदिया तक किया जा रहा है। समृद्धि महामार्ग का हिस्सा नागपुर-गोंदिया एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे की लंबाई 2023 में 162.577 किलोमीटर करने की मंजूरी दी गई है। इसमें नागपुर आउटर रिंग रोड पर गवासी मानापुर इंटरचेंज से लोधी टोला (गोंदिया जिला) तक, नागपुर से भंडारा 72.500 किलोमीटर, भंडारा से गोंदिया 72.600 किलोमीटर, तिरोड़ा लिंक रोड 3.765 किलोमीटर और गोंदिया आउटर रिंग रोड 13.712 किलोमीटर शामिल हैं। कुल 162.577 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना को महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल के माध्यम से क्रियान्वित करने की मंजूरी दी गई है। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया महामंडल के माध्यम से स्वीकृत की गई है और इसके लिए 3 हजार 162.18 करोड़ रुपये का प्रावधान स्वीकृत किया गया है।
यह एक्सप्रेसवे दूरस्थ, पिछड़े और आदिवासी क्षेत्रों को नागपुर-मुंबई से जोड़ेगा। इससे भंडारा और गोंदिया जिलों के विकास को गति मिलेगी। इससे जनजातीय क्षेत्र मुख्यधारा से जुड़ेंगे और उस क्षेत्र के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में मदद मिलेगी तथा नए उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे बड़ी मात्रा में रोजगार पैदा होगा।