
सोलापुर उड़ान सेवा के उद्घाटन के साथ फडणवीस का एमवीए पर प्रहार!
सोलापुर, 30 नवंबर, 2024 (विशेष संवाददाता): महाराष्ट्र के विकास को तेज़ गति देने वाली एक नई उड़ान आज सोलापुर हवाई अड्डे से शुरू हुई। नागपुर-मुंबई मार्ग पर इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान सेवा का उद्घाटन करते हुए, राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार (2019-2022) पर कड़ा प्रहार किया। "उन्हें एक फूल दो और कहो कि वे जल्द स्वस्थ हो जाएँ," फडणवीस ने इन शब्दों के साथ अप्रत्यक्ष रूप से एमवीए पर कटाक्ष किया। हालाँकि इस कार्यक्रम ने सोलापुर जैसे महत्वपूर्ण जिले को हवाई संपर्क प्रदान किया है, लेकिन राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
सोलापुर हवाई अड्डे पर हुए इस भव्य उद्घाटन समारोह में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू, स्थानीय विधायक, सांसद और सैकड़ों नागरिक उपस्थित थे। फडणवीस ने फीता काटते हुए कहा, "एमवीए सरकार के दौरान सोलापुर हवाई अड्डे से कोई भी उड़ान नहीं भर रही थी। हवाई अड्डे पर धूल उड़ रही थी, लेकिन अब उड़ानें भर रही हैं। यह विकास की सच्ची यात्रा है!" इन शब्दों से उपस्थित लोगों में गूँज उठा। फडणवीस की इस टिप्पणी ने एक बार फिर पिछली सरकार के दौरान हवाई अड्डों के विकास की कमी को उजागर किया। फडणवीस ने आरोप लगाया कि एमवीए सरकार के दौरान सोलापुर हवाई अड्डा बस एक गुमनाम जगह था। इस उड़ान सेवा के शुरू होने से, सोलापुर-मुंबई की दूरी, जो पहले रेल या सड़क मार्ग से छह घंटे या उससे अधिक समय लेती थी, अब केवल एक घंटे में पूरी हो जाएगी। साथ ही, नागपुर से सीधा संपर्क होने से व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में यात्रा सुविधाजनक होगी। फडणवीस ने कहा, "सोलापुर के किसान मुंबई के बाजार से जुड़ेंगे, उद्यमियों को नए अवसर मिलेंगे और छात्रों को शिक्षा के लिए हवाई मार्ग उपलब्ध होंगे। यह केवल एक हवाई जहाज की उड़ान नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र के विकास की उड़ान है।" इंडिगो एयरलाइंस ने यह सेवा शुरू की है, जिसकी सुबह और शाम एक-एक उड़ान होगी। टिकट की कीमत लगभग 2,500 से 3,500 रुपये होगी, जो आम आदमी के लिए वहनीय होगी।
सोलापुर मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित एक महत्वपूर्ण जिला है। कपास, अंगूर और अन्य फसलों के व्यापार के कारण यह जिला आर्थिक रूप से समृद्ध है। हालाँकि, पिछली सरकार के कारण बुनियादी ढाँचे का विकास धीमा रहा। महागठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद, हवाई अड्डे के विस्तार पर ज़ोर दिया गया। आज के उद्घाटन के अवसर पर, हवाई अड्डे के 10 एकड़ के विस्तार की घोषणा की गई। फडणवीस ने अगले दो वर्षों में सोलापुर हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा देने का वादा किया। उन्होंने कहा, "यह हवाई अड्डा न केवल सोलापुर, बल्कि पूरे विदर्भ और मराठवाड़ा का प्रवेश द्वार बनेगा।"
राजनीतिक खबरों में, यह उद्घाटन महागठबंधन सरकार (भाजपा-शिवसेना-राकांपा) की सफलता का प्रतीक बन गया है। 2022 के विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता में आई इस सरकार ने विमानन, मेट्रो और सड़क विकास को प्राथमिकता दी है। दूसरी ओर, एमवीए नेताओं द्वारा इस हमले का जवाब देने की संभावना है। इस कार्यक्रम में, जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार भी शामिल हुए, एमवीए की अप्रत्यक्ष आलोचना भी की गई। फडणवीस ने कहा, "पिछली सरकार के कारण परियोजनाएँ रुकी हुई थीं, लेकिन अब हर ज़िले में विकास की लहर दौड़ रही है।" केंद्रीय मंत्री नायडू ने भी केंद्र सरकार के सहयोग की बात करते हुए महाराष्ट्र के विकास की सराहना की।
इस उद्घाटन से सोलापुर की स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय होटलों, टैक्सी सेवाओं और पर्यटन क्षेत्र में वृद्धि की उम्मीद है। सोलापुर के ऐतिहासिक स्थल जैसे उत्तरेस, भवानी मंदिर और सिद्धेश्वर मंदिर अब पर्यटकों के लिए हवाई मार्ग से आसानी से पहुँच सकेंगे। साथ ही, किसानों के लिए मुंबई में होने वाले व्यापार मेलों में भाग लेना आसान हो जाएगा। हवाई अड्डे की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ तैनात की गई है, और पार्किंग व अन्य सुविधाओं में वृद्धि की जाएगी।
फडणवीस के इस हमले ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है। लोकसत्ता की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह बयान आगामी स्थानीय चुनावों के लिए महागठबंधन की रणनीति माना जा रहा है। एमवीए नेता उद्धव ठाकरे या शरद पवार की ओर से इस पर प्रतिक्रिया आने की संभावना है। फिलहाल, सोलापुरवासी खुश हैं, क्योंकि उनके ज़िले को अब हवाई परिवहन के नक्शे पर जगह मिल गई है।
इस घटना के बाद, महाराष्ट्र में विकास की तेज़ गति की चर्चा हो रही है। हवाई सेवा के उद्घाटन के साथ, सोलापुर सिर्फ़ एक ज़िले तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास का केंद्र बन जाएगा। फडणवीस सरकार के इस कदम का स्वागत तो हो रहा है, लेकिन राजनीतिक गुटबाज़ी के चलते माहौल गरमा गया है। इस हवाई सेवा के विस्तार के बारे में और खबरें आगे भी आएंगी!
सोलापुर, 30 नवंबर, 2024 (विशेष संवाददाता): महाराष्ट्र के विकास को तेज़ गति देने वाली एक नई उड़ान आज सोलापुर हवाई अड्डे से शुरू हुई। नागपुर-मुंबई मार्ग पर इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान सेवा का उद्घाटन करते हुए, राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार (2019-2022) पर कड़ा प्रहार किया। "उन्हें एक फूल दो और कहो कि वे जल्द स्वस्थ हो जाएँ," फडणवीस ने इन शब्दों के साथ अप्रत्यक्ष रूप से एमवीए पर कटाक्ष किया। हालाँकि इस कार्यक्रम ने सोलापुर जैसे महत्वपूर्ण जिले को हवाई संपर्क प्रदान किया है, लेकिन राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
सोलापुर हवाई अड्डे पर हुए इस भव्य उद्घाटन समारोह में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू, स्थानीय विधायक, सांसद और सैकड़ों नागरिक उपस्थित थे। फडणवीस ने फीता काटते हुए कहा, "एमवीए सरकार के दौरान सोलापुर हवाई अड्डे से कोई भी उड़ान नहीं भर रही थी। हवाई अड्डे पर धूल उड़ रही थी, लेकिन अब उड़ानें भर रही हैं। यह विकास की सच्ची यात्रा है!" इन शब्दों से उपस्थित लोगों में गूँज उठा। फडणवीस की इस टिप्पणी ने एक बार फिर पिछली सरकार के दौरान हवाई अड्डों के विकास की कमी को उजागर किया। फडणवीस ने आरोप लगाया कि एमवीए सरकार के दौरान सोलापुर हवाई अड्डा बस एक गुमनाम जगह था। इस उड़ान सेवा के शुरू होने से, सोलापुर-मुंबई की दूरी, जो पहले रेल या सड़क मार्ग से छह घंटे या उससे अधिक समय लेती थी, अब केवल एक घंटे में पूरी हो जाएगी। साथ ही, नागपुर से सीधा संपर्क होने से व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में यात्रा सुविधाजनक होगी। फडणवीस ने कहा, "सोलापुर के किसान मुंबई के बाजार से जुड़ेंगे, उद्यमियों को नए अवसर मिलेंगे और छात्रों को शिक्षा के लिए हवाई मार्ग उपलब्ध होंगे। यह केवल एक हवाई जहाज की उड़ान नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र के विकास की उड़ान है।" इंडिगो एयरलाइंस ने यह सेवा शुरू की है, जिसकी सुबह और शाम एक-एक उड़ान होगी। टिकट की कीमत लगभग 2,500 से 3,500 रुपये होगी, जो आम आदमी के लिए वहनीय होगी।
सोलापुर मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित एक महत्वपूर्ण जिला है। कपास, अंगूर और अन्य फसलों के व्यापार के कारण यह जिला आर्थिक रूप से समृद्ध है। हालाँकि, पिछली सरकार के कारण बुनियादी ढाँचे का विकास धीमा रहा। महागठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद, हवाई अड्डे के विस्तार पर ज़ोर दिया गया। आज के उद्घाटन के अवसर पर, हवाई अड्डे के 10 एकड़ के विस्तार की घोषणा की गई। फडणवीस ने अगले दो वर्षों में सोलापुर हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा देने का वादा किया। उन्होंने कहा, "यह हवाई अड्डा न केवल सोलापुर, बल्कि पूरे विदर्भ और मराठवाड़ा का प्रवेश द्वार बनेगा।"
राजनीतिक खबरों में, यह उद्घाटन महागठबंधन सरकार (भाजपा-शिवसेना-राकांपा) की सफलता का प्रतीक बन गया है। 2022 के विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता में आई इस सरकार ने विमानन, मेट्रो और सड़क विकास को प्राथमिकता दी है। दूसरी ओर, एमवीए नेताओं द्वारा इस हमले का जवाब देने की संभावना है। इस कार्यक्रम में, जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार भी शामिल हुए, एमवीए की अप्रत्यक्ष आलोचना भी की गई। फडणवीस ने कहा, "पिछली सरकार के कारण परियोजनाएँ रुकी हुई थीं, लेकिन अब हर ज़िले में विकास की लहर दौड़ रही है।" केंद्रीय मंत्री नायडू ने भी केंद्र सरकार के सहयोग की बात करते हुए महाराष्ट्र के विकास की सराहना की।
इस उद्घाटन से सोलापुर की स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय होटलों, टैक्सी सेवाओं और पर्यटन क्षेत्र में वृद्धि की उम्मीद है। सोलापुर के ऐतिहासिक स्थल जैसे उत्तरेस, भवानी मंदिर और सिद्धेश्वर मंदिर अब पर्यटकों के लिए हवाई मार्ग से आसानी से पहुँच सकेंगे। साथ ही, किसानों के लिए मुंबई में होने वाले व्यापार मेलों में भाग लेना आसान हो जाएगा। हवाई अड्डे की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ तैनात की गई है, और पार्किंग व अन्य सुविधाओं में वृद्धि की जाएगी।
फडणवीस के इस हमले ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है। लोकसत्ता की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह बयान आगामी स्थानीय चुनावों के लिए महागठबंधन की रणनीति माना जा रहा है। एमवीए नेता उद्धव ठाकरे या शरद पवार की ओर से इस पर प्रतिक्रिया आने की संभावना है। फिलहाल, सोलापुरवासी खुश हैं, क्योंकि उनके ज़िले को अब हवाई परिवहन के नक्शे पर जगह मिल गई है।
इस घटना के बाद, महाराष्ट्र में विकास की तेज़ गति की चर्चा हो रही है। हवाई सेवा के उद्घाटन के साथ, सोलापुर सिर्फ़ एक ज़िले तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास का केंद्र बन जाएगा। फडणवीस सरकार के इस कदम का स्वागत तो हो रहा है, लेकिन राजनीतिक गुटबाज़ी के चलते माहौल गरमा गया है। इस हवाई सेवा के विस्तार के बारे में और खबरें आगे भी आएंगी!
सोलापुर हवाई अड्डे पर हुए इस भव्य उद्घाटन समारोह में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू, स्थानीय विधायक, सांसद और सैकड़ों नागरिक उपस्थित थे। फडणवीस ने फीता काटते हुए कहा, "एमवीए सरकार के दौरान सोलापुर हवाई अड्डे से कोई भी उड़ान नहीं भर रही थी। हवाई अड्डे पर धूल उड़ रही थी, लेकिन अब उड़ानें भर रही हैं। यह विकास की सच्ची यात्रा है!" इन शब्दों से उपस्थित लोगों में गूँज उठा। फडणवीस की इस टिप्पणी ने एक बार फिर पिछली सरकार के दौरान हवाई अड्डों के विकास की कमी को उजागर किया। फडणवीस ने आरोप लगाया कि एमवीए सरकार के दौरान सोलापुर हवाई अड्डा बस एक गुमनाम जगह था। इस उड़ान सेवा के शुरू होने से, सोलापुर-मुंबई की दूरी, जो पहले रेल या सड़क मार्ग से छह घंटे या उससे अधिक समय लेती थी, अब केवल एक घंटे में पूरी हो जाएगी। साथ ही, नागपुर से सीधा संपर्क होने से व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में यात्रा सुविधाजनक होगी। फडणवीस ने कहा, "सोलापुर के किसान मुंबई के बाजार से जुड़ेंगे, उद्यमियों को नए अवसर मिलेंगे और छात्रों को शिक्षा के लिए हवाई मार्ग उपलब्ध होंगे। यह केवल एक हवाई जहाज की उड़ान नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र के विकास की उड़ान है।" इंडिगो एयरलाइंस ने यह सेवा शुरू की है, जिसकी सुबह और शाम एक-एक उड़ान होगी। टिकट की कीमत लगभग 2,500 से 3,500 रुपये होगी, जो आम आदमी के लिए वहनीय होगी।
सोलापुर मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित एक महत्वपूर्ण जिला है। कपास, अंगूर और अन्य फसलों के व्यापार के कारण यह जिला आर्थिक रूप से समृद्ध है। हालाँकि, पिछली सरकार के कारण बुनियादी ढाँचे का विकास धीमा रहा। महागठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद, हवाई अड्डे के विस्तार पर ज़ोर दिया गया। आज के उद्घाटन के अवसर पर, हवाई अड्डे के 10 एकड़ के विस्तार की घोषणा की गई। फडणवीस ने अगले दो वर्षों में सोलापुर हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा देने का वादा किया। उन्होंने कहा, "यह हवाई अड्डा न केवल सोलापुर, बल्कि पूरे विदर्भ और मराठवाड़ा का प्रवेश द्वार बनेगा।"
राजनीतिक खबरों में, यह उद्घाटन महागठबंधन सरकार (भाजपा-शिवसेना-राकांपा) की सफलता का प्रतीक बन गया है। 2022 के विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता में आई इस सरकार ने विमानन, मेट्रो और सड़क विकास को प्राथमिकता दी है। दूसरी ओर, एमवीए नेताओं द्वारा इस हमले का जवाब देने की संभावना है। इस कार्यक्रम में, जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार भी शामिल हुए, एमवीए की अप्रत्यक्ष आलोचना भी की गई। फडणवीस ने कहा, "पिछली सरकार के कारण परियोजनाएँ रुकी हुई थीं, लेकिन अब हर ज़िले में विकास की लहर दौड़ रही है।" केंद्रीय मंत्री नायडू ने भी केंद्र सरकार के सहयोग की बात करते हुए महाराष्ट्र के विकास की सराहना की।
इस उद्घाटन से सोलापुर की स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय होटलों, टैक्सी सेवाओं और पर्यटन क्षेत्र में वृद्धि की उम्मीद है। सोलापुर के ऐतिहासिक स्थल जैसे उत्तरेस, भवानी मंदिर और सिद्धेश्वर मंदिर अब पर्यटकों के लिए हवाई मार्ग से आसानी से पहुँच सकेंगे। साथ ही, किसानों के लिए मुंबई में होने वाले व्यापार मेलों में भाग लेना आसान हो जाएगा। हवाई अड्डे की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ तैनात की गई है, और पार्किंग व अन्य सुविधाओं में वृद्धि की जाएगी।
फडणवीस के इस हमले ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है। लोकसत्ता की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह बयान आगामी स्थानीय चुनावों के लिए महागठबंधन की रणनीति माना जा रहा है। एमवीए नेता उद्धव ठाकरे या शरद पवार की ओर से इस पर प्रतिक्रिया आने की संभावना है। फिलहाल, सोलापुरवासी खुश हैं, क्योंकि उनके ज़िले को अब हवाई परिवहन के नक्शे पर जगह मिल गई है।
इस घटना के बाद, महाराष्ट्र में विकास की तेज़ गति की चर्चा हो रही है। हवाई सेवा के उद्घाटन के साथ, सोलापुर सिर्फ़ एक ज़िले तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास का केंद्र बन जाएगा। फडणवीस सरकार के इस कदम का स्वागत तो हो रहा है, लेकिन राजनीतिक गुटबाज़ी के चलते माहौल गरमा गया है। इस हवाई सेवा के विस्तार के बारे में और खबरें आगे भी आएंगी!