श्रीनगर में एक पुलिस स्टेशन के बाहर 350 किलो विस्फोटक फटा; क्या 'उस' रहस्यमयी कार पर शक है?
श्रीनगर, 15 नवंबर, 2025 – जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में आज दोपहर एक बड़ा विस्फोट हुआ। शहर के मध्य भाग में स्थित एक पुलिस स्टेशन के बाहर खड़ी एक कार में लगभग 350 किलो विस्फोटक भरा हुआ था, जो अचानक फट गया और इलाके में भारी नुकसान हुआ। इस घटना में कम से कम 5 लोग घायल हो गए और पुलिस स्टेशन की इमारत में एक बड़ी दरार आ गई है। पुलिस ने तुरंत इलाके को सील कर दिया है और जाँच शुरू कर दी है, और शक की सुई रहस्यमयी कार की ओर घूम गई है। यह कार आखिर कैसे आई, इसे कौन लाया और विस्फोटक कहाँ रखे गए थे, इन सवालों ने सुरक्षा एजेंसियों को चिंतित कर दिया है।
यह घटना दोपहर करीब 12:30 बजे हुई। श्रीनगर के लाल चौक इलाके के पास मुख्य पुलिस स्टेशन के बाहर एक सफेद रंग की एसयूवी कार खड़ी थी। स्थानीय निवासियों के अनुसार, कार सुबह से ही वहाँ खड़ी देखी जा रही थी। अचानक ज़ोरदार आवाज़ हुई और कार का अगला हिस्सा फट गया। धमाका इतना ज़ोरदार था कि आसपास की दुकानों के शीशे टूट गए, सड़क पर गड्ढा बन गया और दूर-दूर तक धुएँ का गुबार फैल गया। घायलों में दो पुलिसकर्मी और तीन नागरिक शामिल हैं। सभी को तुरंत पास के एसएमएचएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उनकी हालत स्थिर बताई।
पुलिस की शुरुआती जाँच से पता चला है कि कार में आरडीएक्स जैसे उच्च-श्रेणी के विस्फोटक भरे हुए थे। अनुमान है कि कुल 350 किलोग्राम वज़न वाले इन विस्फोटकों का इस्तेमाल आतंकवादी हमले के लिए किया जाना था। श्रीनगर के एसएसपी राकेश बलिया ने संवाददाताओं को बताया, "यह कार पुलिस स्टेशन को निशाना बनाने के लिए लाई गई थी। गनीमत रही कि विस्फोटक पूरी तरह से नहीं फटे, वरना बड़ी जनहानि हो सकती थी।" पुलिस ने कार की नंबर प्लेट की जाँच की तो वह नकली पाई गई। कार का मालिक कौन है और यह कहाँ से आई है, यह पता लगाने के लिए एनआईए और एटीएस की टीमों को बुलाया गया है।
इस घटना के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। श्रीनगर के साथ-साथ जम्मू, अनंतनाग और बारामूला ज़िलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने घटना को गंभीरता से लिया और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फ़ोन पर बात की। शाह ने ट्वीट किया, "हम आतंकवादियों को कभी माफ़ नहीं करेंगे। इस घटना की गहन जाँच के बाद दोषियों को कड़ी सज़ा दी जाएगी।"
स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। एक दुकानदार ने कहा, "हम रोज़ाना इसी सड़क से आते-जाते हैं। यह कार सुबह से खड़ी थी, लेकिन किसी को शक नहीं हुआ।" इसमें आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने का शक है। पिछले कुछ महीनों में कश्मीर में इस तरह के विस्फोटकों की बरामदगी की घटनाएँ बढ़ी हैं, लेकिन यह पहली बार है कि किसी पुलिस स्टेशन के ठीक बाहर इतना बड़ा ज़खीरा मिला है।
जब जाँच एजेंसियों ने सीसीटीवी फुटेज की जाँच की, तो पता चला कि कार एक नकाबपोश व्यक्ति लेकर आया था। वह व्यक्ति कार छोड़कर भाग गया और कुछ मिनट बाद विस्फोट हो गया। माना जा रहा है कि विस्फोटकों को रिमोट कंट्रोल या टाइमर से उड़ाया गया था। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट जल्द ही आने की उम्मीद है।
इस घटना से कश्मीर में पर्यटन पर भी असर पड़ने की आशंका है। सर्दियों में आने वाले पर्यटकों के लिए चेतावनी जारी की गई है। केंद्र सरकार ने कश्मीर में सीआरपीएफ की अतिरिक्त टीमों की तैनाती के आदेश दिए हैं। सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा, "350 किलो विस्फोटक कोई छोटी मात्रा नहीं है। यह आतंकवादियों की एक बड़ी साजिश हो सकती है।"
पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध वाहन या व्यक्ति दिखाई दे तो तुरंत सूचना दें। उन्हें हेल्पलाइन नंबर 100 पर संपर्क करने के लिए कहा गया है। घटना की जाँच जारी है और जल्द ही और जानकारी सामने आने की उम्मीद है।
श्रीनगर, 15 नवंबर, 2025 – जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में आज दोपहर एक बड़ा विस्फोट हुआ। शहर के मध्य भाग में स्थित एक पुलिस स्टेशन के बाहर खड़ी एक कार में लगभग 350 किलो विस्फोटक भरा हुआ था, जो अचानक फट गया और इलाके में भारी नुकसान हुआ। इस घटना में कम से कम 5 लोग घायल हो गए और पुलिस स्टेशन की इमारत में एक बड़ी दरार आ गई है। पुलिस ने तुरंत इलाके को सील कर दिया है और जाँच शुरू कर दी है, और शक की सुई रहस्यमयी कार की ओर घूम गई है। यह कार आखिर कैसे आई, इसे कौन लाया और विस्फोटक कहाँ रखे गए थे, इन सवालों ने सुरक्षा एजेंसियों को चिंतित कर दिया है।
यह घटना दोपहर करीब 12:30 बजे हुई। श्रीनगर के लाल चौक इलाके के पास मुख्य पुलिस स्टेशन के बाहर एक सफेद रंग की एसयूवी कार खड़ी थी। स्थानीय निवासियों के अनुसार, कार सुबह से ही वहाँ खड़ी देखी जा रही थी। अचानक ज़ोरदार आवाज़ हुई और कार का अगला हिस्सा फट गया। धमाका इतना ज़ोरदार था कि आसपास की दुकानों के शीशे टूट गए, सड़क पर गड्ढा बन गया और दूर-दूर तक धुएँ का गुबार फैल गया। घायलों में दो पुलिसकर्मी और तीन नागरिक शामिल हैं। सभी को तुरंत पास के एसएमएचएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उनकी हालत स्थिर बताई।
पुलिस की शुरुआती जाँच से पता चला है कि कार में आरडीएक्स जैसे उच्च-श्रेणी के विस्फोटक भरे हुए थे। अनुमान है कि कुल 350 किलोग्राम वज़न वाले इन विस्फोटकों का इस्तेमाल आतंकवादी हमले के लिए किया जाना था। श्रीनगर के एसएसपी राकेश बलिया ने संवाददाताओं को बताया, "यह कार पुलिस स्टेशन को निशाना बनाने के लिए लाई गई थी। गनीमत रही कि विस्फोटक पूरी तरह से नहीं फटे, वरना बड़ी जनहानि हो सकती थी।" पुलिस ने कार की नंबर प्लेट की जाँच की तो वह नकली पाई गई। कार का मालिक कौन है और यह कहाँ से आई है, यह पता लगाने के लिए एनआईए और एटीएस की टीमों को बुलाया गया है।
इस घटना के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। श्रीनगर के साथ-साथ जम्मू, अनंतनाग और बारामूला ज़िलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने घटना को गंभीरता से लिया और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फ़ोन पर बात की। शाह ने ट्वीट किया, "हम आतंकवादियों को कभी माफ़ नहीं करेंगे। इस घटना की गहन जाँच के बाद दोषियों को कड़ी सज़ा दी जाएगी।"
स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। एक दुकानदार ने कहा, "हम रोज़ाना इसी सड़क से आते-जाते हैं। यह कार सुबह से खड़ी थी, लेकिन किसी को शक नहीं हुआ।" इसमें आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने का शक है। पिछले कुछ महीनों में कश्मीर में इस तरह के विस्फोटकों की बरामदगी की घटनाएँ बढ़ी हैं, लेकिन यह पहली बार है कि किसी पुलिस स्टेशन के ठीक बाहर इतना बड़ा ज़खीरा मिला है।
जब जाँच एजेंसियों ने सीसीटीवी फुटेज की जाँच की, तो पता चला कि कार एक नकाबपोश व्यक्ति लेकर आया था। वह व्यक्ति कार छोड़कर भाग गया और कुछ मिनट बाद विस्फोट हो गया। माना जा रहा है कि विस्फोटकों को रिमोट कंट्रोल या टाइमर से उड़ाया गया था। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट जल्द ही आने की उम्मीद है।
इस घटना से कश्मीर में पर्यटन पर भी असर पड़ने की आशंका है। सर्दियों में आने वाले पर्यटकों के लिए चेतावनी जारी की गई है। केंद्र सरकार ने कश्मीर में सीआरपीएफ की अतिरिक्त टीमों की तैनाती के आदेश दिए हैं। सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा, "350 किलो विस्फोटक कोई छोटी मात्रा नहीं है। यह आतंकवादियों की एक बड़ी साजिश हो सकती है।"
पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध वाहन या व्यक्ति दिखाई दे तो तुरंत सूचना दें। उन्हें हेल्पलाइन नंबर 100 पर संपर्क करने के लिए कहा गया है। घटना की जाँच जारी है और जल्द ही और जानकारी सामने आने की उम्मीद है।
यह घटना दोपहर करीब 12:30 बजे हुई। श्रीनगर के लाल चौक इलाके के पास मुख्य पुलिस स्टेशन के बाहर एक सफेद रंग की एसयूवी कार खड़ी थी। स्थानीय निवासियों के अनुसार, कार सुबह से ही वहाँ खड़ी देखी जा रही थी। अचानक ज़ोरदार आवाज़ हुई और कार का अगला हिस्सा फट गया। धमाका इतना ज़ोरदार था कि आसपास की दुकानों के शीशे टूट गए, सड़क पर गड्ढा बन गया और दूर-दूर तक धुएँ का गुबार फैल गया। घायलों में दो पुलिसकर्मी और तीन नागरिक शामिल हैं। सभी को तुरंत पास के एसएमएचएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उनकी हालत स्थिर बताई।
पुलिस की शुरुआती जाँच से पता चला है कि कार में आरडीएक्स जैसे उच्च-श्रेणी के विस्फोटक भरे हुए थे। अनुमान है कि कुल 350 किलोग्राम वज़न वाले इन विस्फोटकों का इस्तेमाल आतंकवादी हमले के लिए किया जाना था। श्रीनगर के एसएसपी राकेश बलिया ने संवाददाताओं को बताया, "यह कार पुलिस स्टेशन को निशाना बनाने के लिए लाई गई थी। गनीमत रही कि विस्फोटक पूरी तरह से नहीं फटे, वरना बड़ी जनहानि हो सकती थी।" पुलिस ने कार की नंबर प्लेट की जाँच की तो वह नकली पाई गई। कार का मालिक कौन है और यह कहाँ से आई है, यह पता लगाने के लिए एनआईए और एटीएस की टीमों को बुलाया गया है।
इस घटना के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। श्रीनगर के साथ-साथ जम्मू, अनंतनाग और बारामूला ज़िलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने घटना को गंभीरता से लिया और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फ़ोन पर बात की। शाह ने ट्वीट किया, "हम आतंकवादियों को कभी माफ़ नहीं करेंगे। इस घटना की गहन जाँच के बाद दोषियों को कड़ी सज़ा दी जाएगी।"
स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। एक दुकानदार ने कहा, "हम रोज़ाना इसी सड़क से आते-जाते हैं। यह कार सुबह से खड़ी थी, लेकिन किसी को शक नहीं हुआ।" इसमें आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने का शक है। पिछले कुछ महीनों में कश्मीर में इस तरह के विस्फोटकों की बरामदगी की घटनाएँ बढ़ी हैं, लेकिन यह पहली बार है कि किसी पुलिस स्टेशन के ठीक बाहर इतना बड़ा ज़खीरा मिला है।
जब जाँच एजेंसियों ने सीसीटीवी फुटेज की जाँच की, तो पता चला कि कार एक नकाबपोश व्यक्ति लेकर आया था। वह व्यक्ति कार छोड़कर भाग गया और कुछ मिनट बाद विस्फोट हो गया। माना जा रहा है कि विस्फोटकों को रिमोट कंट्रोल या टाइमर से उड़ाया गया था। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने एकत्र कर लिए हैं और रिपोर्ट जल्द ही आने की उम्मीद है।
इस घटना से कश्मीर में पर्यटन पर भी असर पड़ने की आशंका है। सर्दियों में आने वाले पर्यटकों के लिए चेतावनी जारी की गई है। केंद्र सरकार ने कश्मीर में सीआरपीएफ की अतिरिक्त टीमों की तैनाती के आदेश दिए हैं। सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा, "350 किलो विस्फोटक कोई छोटी मात्रा नहीं है। यह आतंकवादियों की एक बड़ी साजिश हो सकती है।"
पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध वाहन या व्यक्ति दिखाई दे तो तुरंत सूचना दें। उन्हें हेल्पलाइन नंबर 100 पर संपर्क करने के लिए कहा गया है। घटना की जाँच जारी है और जल्द ही और जानकारी सामने आने की उम्मीद है।
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