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मुंबई में सीएनजी संकट: वाहनों की लंबी कतारें, ठाणे में केमिकल ट्रक दुर्घटना से यातायात बाधित

मुंबई, 17 नवंबर, 2025: महाराष्ट्र की राजधानी और उसके आसपास आज सुबह से सीएनजी आपूर्ति में भारी व्यवधान आया है, जिससे लाखों वाहन मालिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय रसायन एवं उर्वरक (आरसीएफ) परिसर में एक तृतीय-पक्ष दुर्घटना के कारण मुख्य गैस आपूर्ति पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने से वडाला स्थित सिटी गेट स्टेशन (सीजीएस) पर गैस आपूर्ति बाधित हो गई। परिणामस्वरूप, मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई के कई सीएनजी स्टेशनों पर आपूर्ति सीमित हो गई है, जिससे ऑटो रिक्शा, टैक्सियों और अन्य सीएनजी वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। दूसरी ओर, ठाणे जिले में रविवार देर रात हुए एक भीषण हादसे में, केमिकल से लदा एक ट्रक पेड़ से टकरा गया, जिससे एक घंटे तक यातायात बाधित रहा। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन केमिकल रिसाव की संभावना को रोकने के लिए दमकल और पुलिस प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की।
मुंबई में सीएनजी संकट रविवार देर रात शुरू हुआ। महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि आरसीएफ परिसर में हुई एक दुर्घटना के कारण मुख्य गैस पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। इसका सीधा असर वडाला स्थित सीजीएस पर पड़ा, जिससे पूरे नेटवर्क में दबाव कम हो गया। एमजीएल ने एक बयान में कहा, "हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन आपूर्ति सीमित ही रहेगी।" इस संकट के कारण मुंबई के 500 से ज़्यादा सीएनजी स्टेशनों में से कई पर पंप बंद हैं या आधी क्षमता पर चल रहे हैं। नतीजतन, शहर की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था प्रभावित हुई है। ओला और उबर जैसे एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म पर चलने वाली सीएनजी टैक्सियों और हज़ारों ऑटो रिक्शा को ईंधन भरवाने के लिए घंटों लंबी कतारों का सामना करना पड़ रहा है। दोपहर तक, भायखला, अंधेरी, बोरीवली और ठाणे-नवी मुंबई के प्रमुख सीएनजी स्टेशनों पर वाहनों की कतारें कम से कम 500 मीटर तक बढ़ गई थीं। उन्होंने कहा, "हमें दिन में एक बार ईंधन भरवाना पड़ता है, लेकिन हम आज सुबह से दो घंटे से कतारों में खड़े हैं। यात्री परेशान हो रहे हैं और हमारा कारोबार चौपट हो गया है।" सार्वजनिक बस सेवाएँ भी प्रभावित हुई हैं, क्योंकि बेस्ट और एमटीएम जैसी संस्थाओं की कुछ बसें सीएनजी आपूर्ति पर निर्भर हैं, जिससे उनके समय-सारिणी में व्यवधान आ रहा है। एमजीएल का अनुमान है कि पूरे शहर में 1 लाख से ज़्यादा सीएनजी वाहन हैं, जिसके कारण यह संकट शहर में दैनिक जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, पाइपलाइन की मरम्मत होने तक यह संकट कम से कम 24 घंटे या उससे ज़्यादा समय तक बना रह सकता है। नगर निगम ने इस संबंध में एक आपात बैठक बुलाई है और वैकल्पिक ईंधन आपूर्ति की योजना बनाई जा रही है। कुछ जगहों पर डीज़ल जनरेटर का उपयोग करके स्टेशन शुरू करने के प्रयास चल रहे हैं।
ठाणे ज़िले में हुई ट्रक दुर्घटना इस संकट के ख़िलाफ़ दूसरा बड़ा प्रदर्शन है। रविवार रात 11:31 बजे, ठाणे शहर की एक प्रमुख सड़क पर रसायन से लदा एक ट्रक नियंत्रण खो बैठा और एक पेड़ से टकरा गया। इस टक्कर में ट्रक के साथ एक स्ट्रीट लैंप पोस्ट और एक ऑटो रिक्शा भी क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत रही कि न तो ट्रक चालक और न ही कोई अन्य व्यक्ति घायल हुआ। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ट्रक में पॉलीमर डिस्पर्शन नामक एक रसायन भरा हुआ था, जिसका इस्तेमाल कपड़ों, कागज़, पैकेजिंग कोटिंग्स और निर्माण सामग्री में किया जाता है। हालाँकि यह रसायन ज्वलनशील नहीं है, लेकिन अगर इसका रिसाव हो जाए तो यह पर्यावरण के लिए खतरा पैदा कर सकता है। दुर्घटना के बाद एक घंटे तक यातायात बाधित रहा, जिससे स्थानीय निवासियों को असुविधा हुई।
ठाणे पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ने कहा, "घटना की सूचना मिलते ही, दमकल विभाग, आपदा प्रबंधन दल और हम मौके पर पहुँच गए। ट्रक में मौजूद रसायन को सुरक्षित निकाल लिया गया है, और चालक को छुट्टी दे दी गई है और मामले की जाँच जारी है।" दमकल विभाग ने कहा कि रसायन के रिसाव को रोकने के लिए विशेष उपकरणों का इस्तेमाल किया गया था। चूँकि यह दुर्घटना ठाणे-मुंबई राजमार्ग पर हुई थी, इसलिए सुबह के समय यातायात जाम बढ़ने की संभावना है। स्थानीय प्रशासन ने वाहन चालकों से सावधानी बरतने की अपील की है और सड़क पर तुरंत मरम्मत का काम शुरू कर दिया है।
महाराष्ट्र में हुई दोनों घटनाएँ राज्य की बुनियादी ढाँचे पर निर्भरता और सुरक्षा संबंधी मुद्दों को उजागर कर रही हैं। सीएनजी संकट ने राज्य सरकार के प्रदूषण कम करने के अभियान को प्रभावित किया है, और विशेषज्ञ शहर में वैकल्पिक ईंधन स्रोतों के उपयोग को बढ़ाने का आह्वान कर रहे हैं। ठाणे दुर्घटना ने रासायनिक परिवहन नियमों के सख्त पालन की आवश्यकता को उजागर किया है। फिलहाल, एमजीएल तेज़ी से मरम्मत का काम कर रहा है और उम्मीद है कि कल सुबह तक आपूर्ति बहाल हो जाएगी। इस बीच, वाहन चालकों से धैर्य रखने और कतारों में न लगने का आग्रह किया गया है।

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