'जीवन रक्षक' डॉक्टर के कमरे में 'मौत' ले जा रही राइफल; कश्मीर में हड़कंप
अनंतनाग मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के लॉकर से मिली AK-47; पुलिस आतंकी कनेक्शन की तलाश में
GMC अनंतनाग:-जम्मू-कश्मीर के दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC अनंतनाग) में शुक्रवार सुबह एक चौंकाने वाली घटना ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया। कॉलेज के छात्रावास परिसर में एक निजी लॉकर की तलाशी के दौरान पुलिस को एक AK-47 असॉल्ट राइफल मिली। यह लॉकर पूर्व सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. आदिल अहमद राठेर (उम्र 32, निवासी काजीगुंड, अनंतनाग) का था।
डॉ. राठेर 24 अक्टूबर, 2024 तक GMC अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट के पद पर कार्यरत थे। नौकरी छोड़ने के बाद भी उनका लॉकर कॉलेज में ही था। गोपनीय सूचना के आधार पर श्रीनगर पुलिस की एक विशेष टीम ने संयुक्त पूछताछ केंद्र (JIC) अनंतनाग की मदद से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। राइफल जब्त करने के बाद, डॉ. राठेर को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
पुलिस द्वारा दर्ज अपराध
आर्म्स एक्ट की धारा 7/25
यूएपीए की धारा 13, 28, 38, 39
नौगाम पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है। राइफल श्रीनगर पुलिस की हिरासत में है और उसे फोरेंसिक जाँच के लिए भेजा जाएगा।
जांच के चार पहलू
1. राइफल का आपूर्तिकर्ता - सीरियल नंबर, बैलिस्टिक परीक्षण
2. डॉक्टर के संपर्क - कॉल रिकॉर्ड, व्हाट्सएप चैट, बैंक लेनदेन
3. डिजिटल फ़ुटप्रिंट - सोशल मीडिया, ईमेल
4. आतंकवादी नेटवर्क - हिज़्बुल, लश्कर या नए मॉड्यूल से संबंध?
एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, "एक चिकित्सा पेशेवर के पास प्रतिबंधित हथियार का मिलना एक बहुत ही गंभीर मामला है। हम सभी पहलुओं से जाँच कर रहे हैं। डॉक्टरों ने अभी तक चुप्पी साध रखी है।"
कॉलेज की प्रतिक्रिया
जीएमसी के प्राचार्य डॉ. तारिक अहमद ने संवाददाताओं से कहा, "हम पुलिस के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं। छात्रावास के सभी लॉकर अब सील कर दिए गए हैं। छात्रों में भय का माहौल है; काउंसलिंग शुरू कर दी गई है।"
कश्मीर में नई चुनौती
पिछले साल अनंतनाग में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी हुई है। चिकित्सा क्षेत्र में इस तरह की घुसपैठ पहली बार सामने आई है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है, "आतंकवादी अब शिक्षक, डॉक्टर, इंजीनियर जैसे 'आसान लक्ष्यों' पर छुप रहे हैं। यह मामला एक नए खतरे की शुरुआत है।"
डॉक्टर की पृष्ठभूमि
शिक्षा: एसकेआईएमएस सूर, श्रीनगर से एमडी
परिवार: पिता अब्दुल मजीद राथर, किसान
सोशल मीडिया: फेसबुक पर धार्मिक पोस्ट; चरमपंथी समूहों से संबंध पाए गए
वित्तीय स्थिति: बैंक खाते में अप्रत्याशित रूप से बड़े लेन-देन
अगला कदम
एनआईए जल्द ही जाँच में शामिल होगी
डॉक्टर की 7 दिन की पुलिस हिरासत की अर्ज़ी
श्रीनगर, कुलगाम और अनंतनाग में छापेमारी संभव
कश्मीर घाटी में शांति एक बार फिर से धुंधली पड़ गई है। एक जीवनदायिनी के हाथ में घातक हथियार मिलना सिर्फ़ एक डॉक्टर के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समुदाय के लिए चिंता का विषय है। सबका ध्यान इस बात पर है कि पुलिस जाँच किस दिशा में जाएगी।
अनंतनाग मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के लॉकर से मिली AK-47; पुलिस आतंकी कनेक्शन की तलाश में
GMC अनंतनाग:-जम्मू-कश्मीर के दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC अनंतनाग) में शुक्रवार सुबह एक चौंकाने वाली घटना ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया। कॉलेज के छात्रावास परिसर में एक निजी लॉकर की तलाशी के दौरान पुलिस को एक AK-47 असॉल्ट राइफल मिली। यह लॉकर पूर्व सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. आदिल अहमद राठेर (उम्र 32, निवासी काजीगुंड, अनंतनाग) का था।
डॉ. राठेर 24 अक्टूबर, 2024 तक GMC अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट के पद पर कार्यरत थे। नौकरी छोड़ने के बाद भी उनका लॉकर कॉलेज में ही था। गोपनीय सूचना के आधार पर श्रीनगर पुलिस की एक विशेष टीम ने संयुक्त पूछताछ केंद्र (JIC) अनंतनाग की मदद से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। राइफल जब्त करने के बाद, डॉ. राठेर को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
पुलिस द्वारा दर्ज अपराध
आर्म्स एक्ट की धारा 7/25
यूएपीए की धारा 13, 28, 38, 39
नौगाम पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है। राइफल श्रीनगर पुलिस की हिरासत में है और उसे फोरेंसिक जाँच के लिए भेजा जाएगा।
जांच के चार पहलू
1. राइफल का आपूर्तिकर्ता - सीरियल नंबर, बैलिस्टिक परीक्षण
2. डॉक्टर के संपर्क - कॉल रिकॉर्ड, व्हाट्सएप चैट, बैंक लेनदेन
3. डिजिटल फ़ुटप्रिंट - सोशल मीडिया, ईमेल
4. आतंकवादी नेटवर्क - हिज़्बुल, लश्कर या नए मॉड्यूल से संबंध?
एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, "एक चिकित्सा पेशेवर के पास प्रतिबंधित हथियार का मिलना एक बहुत ही गंभीर मामला है। हम सभी पहलुओं से जाँच कर रहे हैं। डॉक्टरों ने अभी तक चुप्पी साध रखी है।"
कॉलेज की प्रतिक्रिया
जीएमसी के प्राचार्य डॉ. तारिक अहमद ने संवाददाताओं से कहा, "हम पुलिस के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं। छात्रावास के सभी लॉकर अब सील कर दिए गए हैं। छात्रों में भय का माहौल है; काउंसलिंग शुरू कर दी गई है।"
कश्मीर में नई चुनौती
पिछले साल अनंतनाग में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी हुई है। चिकित्सा क्षेत्र में इस तरह की घुसपैठ पहली बार सामने आई है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है, "आतंकवादी अब शिक्षक, डॉक्टर, इंजीनियर जैसे 'आसान लक्ष्यों' पर छुप रहे हैं। यह मामला एक नए खतरे की शुरुआत है।"
डॉक्टर की पृष्ठभूमि
शिक्षा: एसकेआईएमएस सूर, श्रीनगर से एमडी
परिवार: पिता अब्दुल मजीद राथर, किसान
सोशल मीडिया: फेसबुक पर धार्मिक पोस्ट; चरमपंथी समूहों से संबंध पाए गए
वित्तीय स्थिति: बैंक खाते में अप्रत्याशित रूप से बड़े लेन-देन
अगला कदम
एनआईए जल्द ही जाँच में शामिल होगी
डॉक्टर की 7 दिन की पुलिस हिरासत की अर्ज़ी
श्रीनगर, कुलगाम और अनंतनाग में छापेमारी संभव
कश्मीर घाटी में शांति एक बार फिर से धुंधली पड़ गई है। एक जीवनदायिनी के हाथ में घातक हथियार मिलना सिर्फ़ एक डॉक्टर के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समुदाय के लिए चिंता का विषय है। सबका ध्यान इस बात पर है कि पुलिस जाँच किस दिशा में जाएगी।
GMC अनंतनाग:-जम्मू-कश्मीर के दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC अनंतनाग) में शुक्रवार सुबह एक चौंकाने वाली घटना ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया। कॉलेज के छात्रावास परिसर में एक निजी लॉकर की तलाशी के दौरान पुलिस को एक AK-47 असॉल्ट राइफल मिली। यह लॉकर पूर्व सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. आदिल अहमद राठेर (उम्र 32, निवासी काजीगुंड, अनंतनाग) का था।
डॉ. राठेर 24 अक्टूबर, 2024 तक GMC अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट के पद पर कार्यरत थे। नौकरी छोड़ने के बाद भी उनका लॉकर कॉलेज में ही था। गोपनीय सूचना के आधार पर श्रीनगर पुलिस की एक विशेष टीम ने संयुक्त पूछताछ केंद्र (JIC) अनंतनाग की मदद से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। राइफल जब्त करने के बाद, डॉ. राठेर को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
पुलिस द्वारा दर्ज अपराध
आर्म्स एक्ट की धारा 7/25
यूएपीए की धारा 13, 28, 38, 39
नौगाम पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है। राइफल श्रीनगर पुलिस की हिरासत में है और उसे फोरेंसिक जाँच के लिए भेजा जाएगा।
जांच के चार पहलू
1. राइफल का आपूर्तिकर्ता - सीरियल नंबर, बैलिस्टिक परीक्षण
2. डॉक्टर के संपर्क - कॉल रिकॉर्ड, व्हाट्सएप चैट, बैंक लेनदेन
3. डिजिटल फ़ुटप्रिंट - सोशल मीडिया, ईमेल
4. आतंकवादी नेटवर्क - हिज़्बुल, लश्कर या नए मॉड्यूल से संबंध?
एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, "एक चिकित्सा पेशेवर के पास प्रतिबंधित हथियार का मिलना एक बहुत ही गंभीर मामला है। हम सभी पहलुओं से जाँच कर रहे हैं। डॉक्टरों ने अभी तक चुप्पी साध रखी है।"
कॉलेज की प्रतिक्रिया
जीएमसी के प्राचार्य डॉ. तारिक अहमद ने संवाददाताओं से कहा, "हम पुलिस के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं। छात्रावास के सभी लॉकर अब सील कर दिए गए हैं। छात्रों में भय का माहौल है; काउंसलिंग शुरू कर दी गई है।"
कश्मीर में नई चुनौती
पिछले साल अनंतनाग में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी हुई है। चिकित्सा क्षेत्र में इस तरह की घुसपैठ पहली बार सामने आई है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है, "आतंकवादी अब शिक्षक, डॉक्टर, इंजीनियर जैसे 'आसान लक्ष्यों' पर छुप रहे हैं। यह मामला एक नए खतरे की शुरुआत है।"
डॉक्टर की पृष्ठभूमि
शिक्षा: एसकेआईएमएस सूर, श्रीनगर से एमडी
परिवार: पिता अब्दुल मजीद राथर, किसान
सोशल मीडिया: फेसबुक पर धार्मिक पोस्ट; चरमपंथी समूहों से संबंध पाए गए
वित्तीय स्थिति: बैंक खाते में अप्रत्याशित रूप से बड़े लेन-देन
अगला कदम
एनआईए जल्द ही जाँच में शामिल होगी
डॉक्टर की 7 दिन की पुलिस हिरासत की अर्ज़ी
श्रीनगर, कुलगाम और अनंतनाग में छापेमारी संभव
कश्मीर घाटी में शांति एक बार फिर से धुंधली पड़ गई है। एक जीवनदायिनी के हाथ में घातक हथियार मिलना सिर्फ़ एक डॉक्टर के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समुदाय के लिए चिंता का विषय है। सबका ध्यान इस बात पर है कि पुलिस जाँच किस दिशा में जाएगी।
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