पाकिस्तान की राजधानी दहल उठी - कोर्ट की पार्किंग में भीषण सिलेंडर विस्फोट, मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) - पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आज दोपहर हाईकोर्ट के बाहर एक कार में भीषण विस्फोट हुआ, जिससे पूरा इलाका दहल गया। विस्फोट में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से 25 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। विस्फोट इतना तेज़ था कि इसकी आवाज़ कई किलोमीटर तक सुनाई दी और आसपास की इमारतों में कंपन महसूस किया गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हाईकोर्ट के पार्किंग क्षेत्र में खड़ी एक कार में गैस सिलेंडर फटने से यह हादसा हुआ।
विस्फोट सुबह करीब 11 बजे हुआ, जब कोर्ट क्षेत्र में वकीलों, कर्मचारियों और आम नागरिकों की भारी भीड़ थी। शुरुआती अनुमान है कि पार्किंग में खड़ी कार के इंजन कंपार्टमेंट में सिलेंडर रखा गया होगा। विस्फोट के बाद कार के अवशेष बिखर गए और आसपास के वाहनों को भारी नुकसान पहुँचा। विस्फोट स्थल पर आग लग गई, जिससे दूर तक धुएं का गुबार फैल गया और इलाके में दहशत का माहौल बन गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका इतना ज़ोरदार था कि मुख्य अदालत भवन की खिड़कियाँ हिल गईं और लोग दहशत में भागने लगे।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट में मारे गए लोगों में अदालत में कार्यरत दो वकील, एक सुरक्षा गार्ड और कुछ नागरिक शामिल हैं। ज़्यादातर घायल वकील और नागरिक थे जो सुनवाई के लिए अदालत आए थे। घायलों को तुरंत इस्लामाबाद के पॉलीक्लिनिक अस्पताल और पाकिस्तान आयुर्विज्ञान संस्थान (PIMS) में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने कहा कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है और मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। अस्पताल में इलाज के लिए आपात स्थिति घोषित कर दी गई है और अतिरिक्त चिकित्सा दल बुलाए गए हैं।
पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुँची और पूरे अदालत परिसर को सील कर दिया। हालाँकि यातायात जाम के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही थी, लेकिन दमकल की टीमों ने आग पर काबू पा लिया। इस्लामाबाद पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, "शुरुआती जाँच से पता चलता है कि यह एक सिलेंडर विस्फोट था। हालाँकि, आतंकवादी हमले की संभावना की जाँच की जा रही है। फोरेंसिक टीमें और बम निरोधक दस्ते मौके पर पहुँच गए हैं और सीसीटीवी फुटेज की जाँच की जा रही है।" पुलिस ने इलाके में सभी वाहनों की जाँच शुरू कर दी है और अदालती सुनवाई अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है।
इस घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस्लामाबाद राजधानी होने के बावजूद, ऐसी घटनाएँ चिंता का विषय हैं। पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान में सिलेंडर फटने की घटनाओं में वृद्धि हुई है, और ऐसी दुर्घटनाएँ वाहनों में गैस सिलेंडर रखने की आदत के कारण होती हैं। हालाँकि, अदालत जैसी संवेदनशील जगह पर हुए विस्फोट के कारण आतंकवादी साज़िश का भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने उच्च-स्तरीय जाँच के आदेश दिए हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय से भी घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है।
एक प्रत्यक्षदर्शी वकील ने कहा, "मैं अदालत से निकल ही रहा था कि एक तेज़ आवाज़ सुनाई दी। कार का एक हिस्सा फट गया और लोग चीखने-चिल्लाने लगे। मुझे तो कोई चोट नहीं आई, लेकिन मेरा दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया।" एक अन्य नागरिक ने कहा, "पार्किंग स्थल पर हमेशा भीड़ रहती है, लेकिन आज सभी डर के मारे भाग गए। सरकार को ऐसी जगहों पर सुरक्षा बढ़ानी चाहिए।"
इस घटना के कारण इस्लामाबाद में कुछ देर के लिए सामान्य जनजीवन ठप हो गया। मुख्य सड़कों पर यातायात जाम हो गया और स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए। पाकिस्तानी मीडिया और अंतरराष्ट्रीय समाचार चैनलों ने इस घटना का सीधा प्रसारण शुरू कर दिया है और दुनिया भर में इस घटना पर चर्चा हो रही है। भारत समेत पड़ोसी देशों ने भी सुरक्षा उपायों को लेकर पाकिस्तान सरकार से चिंता जताई है।
फ़िलहाल, जाँच चल रही है और आधिकारिक रिपोर्ट का इंतज़ार है। जल्द ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह घटना एक दुर्घटना थी या कोई साज़िश। हालाँकि, यह विस्फोट पाकिस्तानी न्यायपालिका और जनता के लिए एक बड़ा झटका है।
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) - पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आज दोपहर हाईकोर्ट के बाहर एक कार में भीषण विस्फोट हुआ, जिससे पूरा इलाका दहल गया। विस्फोट में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से 25 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। विस्फोट इतना तेज़ था कि इसकी आवाज़ कई किलोमीटर तक सुनाई दी और आसपास की इमारतों में कंपन महसूस किया गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हाईकोर्ट के पार्किंग क्षेत्र में खड़ी एक कार में गैस सिलेंडर फटने से यह हादसा हुआ।
विस्फोट सुबह करीब 11 बजे हुआ, जब कोर्ट क्षेत्र में वकीलों, कर्मचारियों और आम नागरिकों की भारी भीड़ थी। शुरुआती अनुमान है कि पार्किंग में खड़ी कार के इंजन कंपार्टमेंट में सिलेंडर रखा गया होगा। विस्फोट के बाद कार के अवशेष बिखर गए और आसपास के वाहनों को भारी नुकसान पहुँचा। विस्फोट स्थल पर आग लग गई, जिससे दूर तक धुएं का गुबार फैल गया और इलाके में दहशत का माहौल बन गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका इतना ज़ोरदार था कि मुख्य अदालत भवन की खिड़कियाँ हिल गईं और लोग दहशत में भागने लगे।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट में मारे गए लोगों में अदालत में कार्यरत दो वकील, एक सुरक्षा गार्ड और कुछ नागरिक शामिल हैं। ज़्यादातर घायल वकील और नागरिक थे जो सुनवाई के लिए अदालत आए थे। घायलों को तुरंत इस्लामाबाद के पॉलीक्लिनिक अस्पताल और पाकिस्तान आयुर्विज्ञान संस्थान (PIMS) में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने कहा कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है और मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। अस्पताल में इलाज के लिए आपात स्थिति घोषित कर दी गई है और अतिरिक्त चिकित्सा दल बुलाए गए हैं।
पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुँची और पूरे अदालत परिसर को सील कर दिया। हालाँकि यातायात जाम के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही थी, लेकिन दमकल की टीमों ने आग पर काबू पा लिया। इस्लामाबाद पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, "शुरुआती जाँच से पता चलता है कि यह एक सिलेंडर विस्फोट था। हालाँकि, आतंकवादी हमले की संभावना की जाँच की जा रही है। फोरेंसिक टीमें और बम निरोधक दस्ते मौके पर पहुँच गए हैं और सीसीटीवी फुटेज की जाँच की जा रही है।" पुलिस ने इलाके में सभी वाहनों की जाँच शुरू कर दी है और अदालती सुनवाई अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है।
इस घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस्लामाबाद राजधानी होने के बावजूद, ऐसी घटनाएँ चिंता का विषय हैं। पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान में सिलेंडर फटने की घटनाओं में वृद्धि हुई है, और ऐसी दुर्घटनाएँ वाहनों में गैस सिलेंडर रखने की आदत के कारण होती हैं। हालाँकि, अदालत जैसी संवेदनशील जगह पर हुए विस्फोट के कारण आतंकवादी साज़िश का भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने उच्च-स्तरीय जाँच के आदेश दिए हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय से भी घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है।
एक प्रत्यक्षदर्शी वकील ने कहा, "मैं अदालत से निकल ही रहा था कि एक तेज़ आवाज़ सुनाई दी। कार का एक हिस्सा फट गया और लोग चीखने-चिल्लाने लगे। मुझे तो कोई चोट नहीं आई, लेकिन मेरा दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया।" एक अन्य नागरिक ने कहा, "पार्किंग स्थल पर हमेशा भीड़ रहती है, लेकिन आज सभी डर के मारे भाग गए। सरकार को ऐसी जगहों पर सुरक्षा बढ़ानी चाहिए।"
इस घटना के कारण इस्लामाबाद में कुछ देर के लिए सामान्य जनजीवन ठप हो गया। मुख्य सड़कों पर यातायात जाम हो गया और स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए। पाकिस्तानी मीडिया और अंतरराष्ट्रीय समाचार चैनलों ने इस घटना का सीधा प्रसारण शुरू कर दिया है और दुनिया भर में इस घटना पर चर्चा हो रही है। भारत समेत पड़ोसी देशों ने भी सुरक्षा उपायों को लेकर पाकिस्तान सरकार से चिंता जताई है।
फ़िलहाल, जाँच चल रही है और आधिकारिक रिपोर्ट का इंतज़ार है। जल्द ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह घटना एक दुर्घटना थी या कोई साज़िश। हालाँकि, यह विस्फोट पाकिस्तानी न्यायपालिका और जनता के लिए एक बड़ा झटका है।
विस्फोट सुबह करीब 11 बजे हुआ, जब कोर्ट क्षेत्र में वकीलों, कर्मचारियों और आम नागरिकों की भारी भीड़ थी। शुरुआती अनुमान है कि पार्किंग में खड़ी कार के इंजन कंपार्टमेंट में सिलेंडर रखा गया होगा। विस्फोट के बाद कार के अवशेष बिखर गए और आसपास के वाहनों को भारी नुकसान पहुँचा। विस्फोट स्थल पर आग लग गई, जिससे दूर तक धुएं का गुबार फैल गया और इलाके में दहशत का माहौल बन गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका इतना ज़ोरदार था कि मुख्य अदालत भवन की खिड़कियाँ हिल गईं और लोग दहशत में भागने लगे।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट में मारे गए लोगों में अदालत में कार्यरत दो वकील, एक सुरक्षा गार्ड और कुछ नागरिक शामिल हैं। ज़्यादातर घायल वकील और नागरिक थे जो सुनवाई के लिए अदालत आए थे। घायलों को तुरंत इस्लामाबाद के पॉलीक्लिनिक अस्पताल और पाकिस्तान आयुर्विज्ञान संस्थान (PIMS) में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने कहा कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है और मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। अस्पताल में इलाज के लिए आपात स्थिति घोषित कर दी गई है और अतिरिक्त चिकित्सा दल बुलाए गए हैं।
पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुँची और पूरे अदालत परिसर को सील कर दिया। हालाँकि यातायात जाम के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही थी, लेकिन दमकल की टीमों ने आग पर काबू पा लिया। इस्लामाबाद पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, "शुरुआती जाँच से पता चलता है कि यह एक सिलेंडर विस्फोट था। हालाँकि, आतंकवादी हमले की संभावना की जाँच की जा रही है। फोरेंसिक टीमें और बम निरोधक दस्ते मौके पर पहुँच गए हैं और सीसीटीवी फुटेज की जाँच की जा रही है।" पुलिस ने इलाके में सभी वाहनों की जाँच शुरू कर दी है और अदालती सुनवाई अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है।
इस घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस्लामाबाद राजधानी होने के बावजूद, ऐसी घटनाएँ चिंता का विषय हैं। पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान में सिलेंडर फटने की घटनाओं में वृद्धि हुई है, और ऐसी दुर्घटनाएँ वाहनों में गैस सिलेंडर रखने की आदत के कारण होती हैं। हालाँकि, अदालत जैसी संवेदनशील जगह पर हुए विस्फोट के कारण आतंकवादी साज़िश का भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने उच्च-स्तरीय जाँच के आदेश दिए हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय से भी घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है।
एक प्रत्यक्षदर्शी वकील ने कहा, "मैं अदालत से निकल ही रहा था कि एक तेज़ आवाज़ सुनाई दी। कार का एक हिस्सा फट गया और लोग चीखने-चिल्लाने लगे। मुझे तो कोई चोट नहीं आई, लेकिन मेरा दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया।" एक अन्य नागरिक ने कहा, "पार्किंग स्थल पर हमेशा भीड़ रहती है, लेकिन आज सभी डर के मारे भाग गए। सरकार को ऐसी जगहों पर सुरक्षा बढ़ानी चाहिए।"
इस घटना के कारण इस्लामाबाद में कुछ देर के लिए सामान्य जनजीवन ठप हो गया। मुख्य सड़कों पर यातायात जाम हो गया और स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए। पाकिस्तानी मीडिया और अंतरराष्ट्रीय समाचार चैनलों ने इस घटना का सीधा प्रसारण शुरू कर दिया है और दुनिया भर में इस घटना पर चर्चा हो रही है। भारत समेत पड़ोसी देशों ने भी सुरक्षा उपायों को लेकर पाकिस्तान सरकार से चिंता जताई है।
फ़िलहाल, जाँच चल रही है और आधिकारिक रिपोर्ट का इंतज़ार है। जल्द ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह घटना एक दुर्घटना थी या कोई साज़िश। हालाँकि, यह विस्फोट पाकिस्तानी न्यायपालिका और जनता के लिए एक बड़ा झटका है।
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