
बीड में किसान ने बैंक गेट पर की आत्महत्या; अपने ही पैसों के लिए लगाने पड़े चक्कर
बीड, 19 जून, 2025: महाराष्ट्र के बीड जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है, जहां एक किसान ने बैंक गेट पर आत्महत्या कर ली। अपने ही पैसों के लिए लगातार बैंक के चक्कर लगाने के बावजूद पैसे न मिलने से निराश किसान ने आखिरकार एक बड़ा कदम उठा लिया। यह घटना बीड में एक बैंक की मुख्य शाखा के सामने हुई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संबंधित किसान पिछले कुछ महीनों से बैंक से अपने खाते से पैसे निकालने का प्रयास कर रहा था। हालांकि, बैंक अधिकारी उसे विभिन्न कारणों का हवाला देकर टाल रहे थे। खेती के लिए जरूरी इन पैसों के न मिलने से उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। अंत में मानसिक तनाव और निराशा के कारण उसने बैंक गेट पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार किसान ने पहले भी बैंक अधिकारियों से अपनी पीड़ा व्यक्त करने का प्रयास किया था, लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली। इस घटना के बाद क्षेत्र के किसानों और नागरिकों में बैंक प्रबंधन के खिलाफ रोष व्याप्त है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर बैंकों द्वारा किसानों को दिए जा रहे उत्पीड़न और प्रशासनिक उदासीनता के गंभीर मुद्दे को सामने ला दिया है। किसानों के कल्याण के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है।
बीड, 19 जून, 2025: महाराष्ट्र के बीड जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है, जहां एक किसान ने बैंक गेट पर आत्महत्या कर ली। अपने ही पैसों के लिए लगातार बैंक के चक्कर लगाने के बावजूद पैसे न मिलने से निराश किसान ने आखिरकार एक बड़ा कदम उठा लिया। यह घटना बीड में एक बैंक की मुख्य शाखा के सामने हुई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संबंधित किसान पिछले कुछ महीनों से बैंक से अपने खाते से पैसे निकालने का प्रयास कर रहा था। हालांकि, बैंक अधिकारी उसे विभिन्न कारणों का हवाला देकर टाल रहे थे। खेती के लिए जरूरी इन पैसों के न मिलने से उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। अंत में मानसिक तनाव और निराशा के कारण उसने बैंक गेट पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार किसान ने पहले भी बैंक अधिकारियों से अपनी पीड़ा व्यक्त करने का प्रयास किया था, लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली। इस घटना के बाद क्षेत्र के किसानों और नागरिकों में बैंक प्रबंधन के खिलाफ रोष व्याप्त है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर बैंकों द्वारा किसानों को दिए जा रहे उत्पीड़न और प्रशासनिक उदासीनता के गंभीर मुद्दे को सामने ला दिया है। किसानों के कल्याण के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संबंधित किसान पिछले कुछ महीनों से बैंक से अपने खाते से पैसे निकालने का प्रयास कर रहा था। हालांकि, बैंक अधिकारी उसे विभिन्न कारणों का हवाला देकर टाल रहे थे। खेती के लिए जरूरी इन पैसों के न मिलने से उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। अंत में मानसिक तनाव और निराशा के कारण उसने बैंक गेट पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार किसान ने पहले भी बैंक अधिकारियों से अपनी पीड़ा व्यक्त करने का प्रयास किया था, लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली। इस घटना के बाद क्षेत्र के किसानों और नागरिकों में बैंक प्रबंधन के खिलाफ रोष व्याप्त है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर बैंकों द्वारा किसानों को दिए जा रहे उत्पीड़न और प्रशासनिक उदासीनता के गंभीर मुद्दे को सामने ला दिया है। किसानों के कल्याण के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है।