
गुजरात, पंजाब, केरल और बंगाल में उपचुनावों में राजनीतिक मुकाबला तेज
चार राज्यों - गुजरात, पंजाब, केरल और पश्चिम बंगाल - की पांच विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव के लिए मतदान आज, 19 जून, 2025 को सुबह 7 बजे शुरू हो गया। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सहित प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है और नतीजे 23 जून, 2025 को घोषित किए जाएंगे।
गुजरात: विसावदर और कादी सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला
गुजरात की दो विधानसभा सीटों विसावदर और कादी पर उपचुनाव हो रहे हैं। विसावदर सीट आप के पूर्व विधायक भूपेंद्र भयानी के दिसंबर 2023 में इस्तीफा देने और भाजपा में शामिल होने के बाद खाली हुई थी। भाजपा ने किरीट पटेल, कांग्रेस ने नितिन रणपरिया और आप के गुजरात के पूर्व अध्यक्ष गोपाल इटालिया को मैदान में उतारा है। वहीं, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट कडी (मेहसाणा) फरवरी 2025 में भाजपा विधायक करसन सोलंकी के निधन के बाद खाली हो गई थी। यहां मुकाबला भाजपा के राजेंद्र चावड़ा, कांग्रेस के रमेश चावड़ा और आप के जगदीश चावड़ा के बीच है।
पंजाब: लुधियाना पश्चिम में आप की दावेदारी
पंजाब में लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव आप विधायक गुरप्रीत बसी गोगी के जनवरी 2025 में निधन के बाद हो रहा है। इस शहरी क्षेत्र में आप, कांग्रेस, भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के बीच चार-तरफा मुकाबला है। आप के लिए यह चुनाव पंजाब में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है, जबकि कांग्रेस के पास यहां अपनी पुरानी ताकत हासिल करने का मौका है। भाजपा और शिअद भी शहरी मतदाताओं के बीच अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
केरल: नीलांबुर में कांग्रेस-एलडीएफ मुकाबला
केरल में नीलांबुर निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) और सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के बीच सीधा मुकाबला है। कांग्रेस ने पूर्व विधायक आर्यदान मोहम्मद के बेटे आर्यदान शौकत को मैदान में उतारा है, जबकि एलडीएफ ने एम. स्वराज को मैदान में उतारा है। भाजपा के मोहन जॉर्ज और टीएमसी के अनवर की उम्मीदवारी से मुकाबला और भी रंगीन हो गया है। कांग्रेस नेता वी. डी. सतीसन ने इस चुनाव को 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले का 'सेमीफाइनल' बताया है।
पश्चिम बंगाल: कालीगंज में टीएमसी-भाजपा-कांग्रेस-वाम गठबंधन के बीच त्रिकोणीय मुकाबला
पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट पर फरवरी 2025 में टीएमसी विधायक नसीरुद्दीन अहमद के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है। टीएमसी ने नसीरुद्दीन की बेटी अलीफा को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने आशीष घोष और कांग्रेस-सीपीआई(एम) गठबंधन ने कबील उद्दीन शेख को मैदान में उतारा है। मुर्शिदाबाद दंगों, एसएससी भर्ती घोटाले और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद राष्ट्रवादी लहर ने इस चुनाव को टीएमसी के लिए प्रतिष्ठित बना दिया है।
चुनाव प्रक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था
गुजरात में सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है और यह शाम 8 बजे तक चलेगा, जबकि अन्य राज्यों में शाम 5-6 बजे तक चलेगा। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कालीगंज में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 14 कंपनियां तैनात की गई हैं, जबकि केरल में वेबकास्टिंग के जरिए मतदान प्रक्रिया की लाइव निगरानी की जा रही है।
राजनीतिक महत्व
इस उपचुनाव को अगले साल केरल और पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक लिटमस टेस्ट माना जा रहा है। गुजरात और पंजाब के नतीजों से स्थानीय पार्टियों के प्रभाव का आकलन होगा, जबकि कालीगंज के नतीजों से टीएमसी और बीजेपी के बीच वर्चस्व की लड़ाई का रुख तय होगा।
चार राज्यों - गुजरात, पंजाब, केरल और पश्चिम बंगाल - की पांच विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव के लिए मतदान आज, 19 जून, 2025 को सुबह 7 बजे शुरू हो गया। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सहित प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है और नतीजे 23 जून, 2025 को घोषित किए जाएंगे।
गुजरात: विसावदर और कादी सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला
गुजरात की दो विधानसभा सीटों विसावदर और कादी पर उपचुनाव हो रहे हैं। विसावदर सीट आप के पूर्व विधायक भूपेंद्र भयानी के दिसंबर 2023 में इस्तीफा देने और भाजपा में शामिल होने के बाद खाली हुई थी। भाजपा ने किरीट पटेल, कांग्रेस ने नितिन रणपरिया और आप के गुजरात के पूर्व अध्यक्ष गोपाल इटालिया को मैदान में उतारा है। वहीं, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट कडी (मेहसाणा) फरवरी 2025 में भाजपा विधायक करसन सोलंकी के निधन के बाद खाली हो गई थी। यहां मुकाबला भाजपा के राजेंद्र चावड़ा, कांग्रेस के रमेश चावड़ा और आप के जगदीश चावड़ा के बीच है।
पंजाब: लुधियाना पश्चिम में आप की दावेदारी
पंजाब में लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव आप विधायक गुरप्रीत बसी गोगी के जनवरी 2025 में निधन के बाद हो रहा है। इस शहरी क्षेत्र में आप, कांग्रेस, भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के बीच चार-तरफा मुकाबला है। आप के लिए यह चुनाव पंजाब में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है, जबकि कांग्रेस के पास यहां अपनी पुरानी ताकत हासिल करने का मौका है। भाजपा और शिअद भी शहरी मतदाताओं के बीच अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
केरल: नीलांबुर में कांग्रेस-एलडीएफ मुकाबला
केरल में नीलांबुर निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) और सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के बीच सीधा मुकाबला है। कांग्रेस ने पूर्व विधायक आर्यदान मोहम्मद के बेटे आर्यदान शौकत को मैदान में उतारा है, जबकि एलडीएफ ने एम. स्वराज को मैदान में उतारा है। भाजपा के मोहन जॉर्ज और टीएमसी के अनवर की उम्मीदवारी से मुकाबला और भी रंगीन हो गया है। कांग्रेस नेता वी. डी. सतीसन ने इस चुनाव को 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले का 'सेमीफाइनल' बताया है।
पश्चिम बंगाल: कालीगंज में टीएमसी-भाजपा-कांग्रेस-वाम गठबंधन के बीच त्रिकोणीय मुकाबला
पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट पर फरवरी 2025 में टीएमसी विधायक नसीरुद्दीन अहमद के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है। टीएमसी ने नसीरुद्दीन की बेटी अलीफा को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने आशीष घोष और कांग्रेस-सीपीआई(एम) गठबंधन ने कबील उद्दीन शेख को मैदान में उतारा है। मुर्शिदाबाद दंगों, एसएससी भर्ती घोटाले और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद राष्ट्रवादी लहर ने इस चुनाव को टीएमसी के लिए प्रतिष्ठित बना दिया है।
चुनाव प्रक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था
गुजरात में सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है और यह शाम 8 बजे तक चलेगा, जबकि अन्य राज्यों में शाम 5-6 बजे तक चलेगा। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कालीगंज में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 14 कंपनियां तैनात की गई हैं, जबकि केरल में वेबकास्टिंग के जरिए मतदान प्रक्रिया की लाइव निगरानी की जा रही है।
राजनीतिक महत्व
इस उपचुनाव को अगले साल केरल और पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक लिटमस टेस्ट माना जा रहा है। गुजरात और पंजाब के नतीजों से स्थानीय पार्टियों के प्रभाव का आकलन होगा, जबकि कालीगंज के नतीजों से टीएमसी और बीजेपी के बीच वर्चस्व की लड़ाई का रुख तय होगा।
गुजरात: विसावदर और कादी सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला
गुजरात की दो विधानसभा सीटों विसावदर और कादी पर उपचुनाव हो रहे हैं। विसावदर सीट आप के पूर्व विधायक भूपेंद्र भयानी के दिसंबर 2023 में इस्तीफा देने और भाजपा में शामिल होने के बाद खाली हुई थी। भाजपा ने किरीट पटेल, कांग्रेस ने नितिन रणपरिया और आप के गुजरात के पूर्व अध्यक्ष गोपाल इटालिया को मैदान में उतारा है। वहीं, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट कडी (मेहसाणा) फरवरी 2025 में भाजपा विधायक करसन सोलंकी के निधन के बाद खाली हो गई थी। यहां मुकाबला भाजपा के राजेंद्र चावड़ा, कांग्रेस के रमेश चावड़ा और आप के जगदीश चावड़ा के बीच है।
पंजाब: लुधियाना पश्चिम में आप की दावेदारी
पंजाब में लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव आप विधायक गुरप्रीत बसी गोगी के जनवरी 2025 में निधन के बाद हो रहा है। इस शहरी क्षेत्र में आप, कांग्रेस, भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के बीच चार-तरफा मुकाबला है। आप के लिए यह चुनाव पंजाब में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है, जबकि कांग्रेस के पास यहां अपनी पुरानी ताकत हासिल करने का मौका है। भाजपा और शिअद भी शहरी मतदाताओं के बीच अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
केरल: नीलांबुर में कांग्रेस-एलडीएफ मुकाबला
केरल में नीलांबुर निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) और सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के बीच सीधा मुकाबला है। कांग्रेस ने पूर्व विधायक आर्यदान मोहम्मद के बेटे आर्यदान शौकत को मैदान में उतारा है, जबकि एलडीएफ ने एम. स्वराज को मैदान में उतारा है। भाजपा के मोहन जॉर्ज और टीएमसी के अनवर की उम्मीदवारी से मुकाबला और भी रंगीन हो गया है। कांग्रेस नेता वी. डी. सतीसन ने इस चुनाव को 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले का 'सेमीफाइनल' बताया है।
पश्चिम बंगाल: कालीगंज में टीएमसी-भाजपा-कांग्रेस-वाम गठबंधन के बीच त्रिकोणीय मुकाबला
पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट पर फरवरी 2025 में टीएमसी विधायक नसीरुद्दीन अहमद के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है। टीएमसी ने नसीरुद्दीन की बेटी अलीफा को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने आशीष घोष और कांग्रेस-सीपीआई(एम) गठबंधन ने कबील उद्दीन शेख को मैदान में उतारा है। मुर्शिदाबाद दंगों, एसएससी भर्ती घोटाले और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद राष्ट्रवादी लहर ने इस चुनाव को टीएमसी के लिए प्रतिष्ठित बना दिया है।
चुनाव प्रक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था
गुजरात में सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है और यह शाम 8 बजे तक चलेगा, जबकि अन्य राज्यों में शाम 5-6 बजे तक चलेगा। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कालीगंज में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 14 कंपनियां तैनात की गई हैं, जबकि केरल में वेबकास्टिंग के जरिए मतदान प्रक्रिया की लाइव निगरानी की जा रही है।
राजनीतिक महत्व
इस उपचुनाव को अगले साल केरल और पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक लिटमस टेस्ट माना जा रहा है। गुजरात और पंजाब के नतीजों से स्थानीय पार्टियों के प्रभाव का आकलन होगा, जबकि कालीगंज के नतीजों से टीएमसी और बीजेपी के बीच वर्चस्व की लड़ाई का रुख तय होगा।